सतना:- बहुचर्चित सिकंदर रेप केस में पीड़ित नाबालिग लड़की की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. इस केस का आरोपी कांग्रेस नेता सिकंदर उर्फ समीर उर्फ अतीक मंसूरी है. उसके जेल से छूटने के 10 दिन के अंदर ही पीड़ित लड़की की 4 मई को मौत हो गयी. मौत की खबर परिवारवालों ने छुपा कर रखी. उसके सारे क्रिया कर्म करने के बाद गांव वालों को खबर लगी.

इधर कांग्रेस नेता सिकंदर उर्फ समीर उर्फ अतीक जमानत पर बाहर आया और उधर 10 दिन के अंदर ही नाबालिग पीड़ित लड़की की मौत हो गयी. पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया है, लेकिन अभी वो चुप्पी साधे है.

यह मामला प्रदेश में बना था सुर्खियां
गत वर्ष 11 सितम्बर को सतना शहर के बहुचर्चित सिकंदर रेप केस की में पीड़िता की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक पीड़िता की 4 मई को मौत हुई. परिवार वाले शव लेकर सतना से गोविंदगढ़ के पास सेमरिया स्थित गांव चले गए और वहीं उसका अंतिम संस्कार – क्रिया कर्म कर 15 दिन बाद सतना आये. पीड़िता बहुचर्चित केस में मुख्य गवाह भी थी, बावजूद उसकी मौत की सूचना थाना पुलिस को नहीं दी गई.

अचानक हुई थी घर से गायब
सूत्रों ने बताया कि पीड़ित गत 24 अप्रैल को घर से अचानक कहीं चली गई थी. उसके मोबाइल फोन पर भी घर वालों का संपर्क नहीं हो पा रहा था. इसकी जानकारी पीड़िता के पिता ने बजरंग दल के एक नेता को दी थी. नेता ने सिकंदर रेप केस की जांच कर रही महिला पुलिस अफसर को इसकी सूूचना दी थी. दो दिन बाद लड़की की घर वालों से फोन पर बात हुई, जिसमें उसने बताया कि वह अपनी सहेली के साथ दिल्ली चली आई है. परिवार वालों ने ये जानकारी भी पुलिस को नहीं दी. इसी बीच 4 दिन बाद लड़की वापस लौट आई.

एम्बुलेंस आने के पहले ही तोड़ दिया दम
बताया जा रहा है कि जब लड़की घर लौटी तो उसकी तबियत ठीक नहीं थी. वह सर्दी जुकाम और बुखार से पीड़ित थी. 4 मई को तबियत बिगड़ी तो पिता ऑटो – एम्बुलेंस लेने चले गए, लेकिन जब तक वह लौटते तब तक पीड़ित ने घर पर दम तोड़ दिया था. इसके बाद परिवार वाले उसका शव लेकर गृह ग्राम चले गए. बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि पीड़िता की मौत की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई. एक शक ये भी है कि कहीं उसकी मौत कोरोना से तो नहीं हुई.

परिवार को जान से मारने की धमकी
संगीन आरोपों से घिरे सिकंदर ने इस नाबालिग से रेप के बाद पीड़ित और उसके परिवार को धमकी दी थी. पीड़ित के पिता ने इस संबंध में लिखित शिकायत भी पुलिस अधीक्षक को सौंपी थी. शिकायत में कहा गया था कि आरोपी सिकंदर का कांग्रेस पार्षद भाई मो. रईस राजीनामा करने का दबाव और केस वापस न लेने पर पूरे परिवार को जान से मार देने की धमकी दे रहा है. पीड़ित लड़की के पिता ने एसपी को बताया था कि रईस ने उसे यह कहते हुए धमकाया कि उसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने पांच महीने बाद भी चार्ज नहीं लगने दिया है.

भाई भी आरोपी
सिकंदर के भाई और कांग्रेस पार्षद मो रईस को भी पुलिस ने सूदखोरी के मामले में गिरफ्तार किया था. पीड़ित लड़की की मौत के बाद सवाल उठ रहा है कि कहीं मौत का इस धमकी से तो कोई कनेक्शन नहीं है. पुलिस ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है और यह पतासाजी शुरू कर दी है कि आखिर पीड़िता की मौत और उसे लेकर रखी गई जबरदस्त गोपनीयता के पीछे माजरा क्या है.

जेल से 25 अप्रैल को बाहर आया सिकंदर
इधर 24 अप्रैल को पीड़िता घर से गायब हुई और उधर इसी तारीख को इस बहुचर्चित रेप केस के मुख्य आरोपी सिकंदर उर्फ समीर खान उर्फ अतीक मंसूरी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. सिकंदर 25 अप्रैल को जमानत पर रिहा हो कर जेल से बाहर आ गया.

आरोपी कांग्रेस नेता
पिछले साल सितंबर में सतना में नाबालिग लड़की के रेप का मामला पूरे प्रदेश में सुर्खियां बना था. इस केस का आरोपी शहर में साइबर कैफे चलाने वाला कांग्रेस नेता समीर खान उर्फ सिकंदर उर्फ मो अतीक मंसूरी है. इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद शहर में प्ले बॉय की छवि रखने वाले सिकंदर की जालसाजी, सूदखोरी और अश्लील वीडियो क्लिप्स के कारोबार से जुड़े कई राज भी फाश हुए थे. पुलिस ने सिकंदर को गिरफ्तार किया था और उसके बैंक खाते – लॉकर सील कर दिए थे. नजीराबाद में उसकी ऐशगाह माना जाने वाला उसका फार्म हाउस वगैरह भी धराशायी कर दिया गया था.