रायपुर:- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान दिलाने के नाम पर लाखों रुपये कमीशन खोरी करने का आरोप लग रहे. कांग्रेस की पार्षद कोमल सेना पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने बस्तर प्रवास के दौरान इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह डाली है. दरअसल आए दिन संजय गांधी वार्ड की पार्षद कोमल सेना के द्वारा 47 गरीब परिवारों से आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर लाखों रुपए कमीशन खोरी करने के मामले में नए-नए मामले उजागर हो रहे हैं.
बीजेपी नेता और कार्यकर्ता कर रहे आंदोलन
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. कांग्रेसी पार्षद पर कार्रवाई की मांग को लेकर बस्तर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता भी पिछले 4 दिनों से बोधघाट थाना के सामने अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठ गए हैं. अब प्रदेशभर में इस मामले को लेकर बस्तर कांग्रेस कमेटी की हो रही किरकिरी पर मुख्यमंत्री ने दोषियों को नहीं बख्शने की बात कही है.
दरअसल कांग्रेसी पार्षद के द्वारा अपने ही वार्ड के लगभग 47 गरीब परिवारों से 25-25 हजार रुपये प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर लिए जाने के बाद मचे बवाल पर बीजेपी ने पीड़ित वार्ड वासियों के साथ मिलकर इसे हाई प्रोफाइल मामला बना दिया. इसका नतीजा यह हुआ कि प्रदेश के बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ खुद पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद से लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी सोशल मीडिया के माध्यम से कार्रवाई की मांग करने लगे.
जगदलपुर में बोधघाट थाना के सामने पिछले 4 दिनों से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे स्थानीय बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के पक्ष में प्रदेश के सभी बड़े बीजेपी नेता समर्थन करने लगे. ऐसे में स्थानीय तौर पर कांग्रेस के कोई भी जनप्रतिनिधि या निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले को लेकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. ऐसे में इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने पर उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करने की बात कही है.
बीजेपी नेता संजय पांडे का आरोप है कि इस मामले को उजागर हुए लगभग 10 दिन बीतने को है लेकिन ना ही पुलिस कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना पर एफआईआर दर्ज कर रही है और ना ही पीड़ितों के रकम वापस दिलाने के लिए पुलिस आगे आ रही है. पूरी तरह से सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. जिसके चलते सभी पीड़ित परिवारों और बीजेपी के नेता पुलिस के इस रवैये के खिलाफ अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं.
मंगलवार को भी इसी मामले को लेकर मुख्यमंत्री के जगदलपुर प्रवास के दौरान शहर के चांदनी चौक में भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने सीएम भूपेश बघेल के काफिले को काला झंडा भी दिखाया जिसके बाद पुलिस ने लगभग 15 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. अब इस मामले को लेकर सीएम भूपेश बघेल के बयान के बाद पीड़ित परिवारों के साथ बीजेपी के नेताओं को भी कार्रवाई की उम्मीद है.