रांची:- कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के चलते गंभीर रूप से बीमार झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) को इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस से चेन्नई ले जाया गया। मेडिका हॉस्पिटल से शिक्षामंत्री को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयरपोर्ट ले जाया गया। जहां से एयर एंबुलेंस के जरिये उन्हें चेन्नई भेजा गया। बीमार शिक्षामंत्री के साथ पुत्र अखिलेश महतो भी चेन्नई गये हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) मेडिका हॉस्पिटल पहुंचकर शिक्षामंत्री के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी ली।
रविवार रात सीएम हेमंत सोरेन के आग्रह पर चेन्नई से डॉ जिंदल और डॉ मुरली चार्टर्ड विमान से रांची पहुंचे थे और बीमार मंत्री का इलाज अपने तरीके से शुरू किया था। वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखे गए शिक्षामंत्री का स्वास्थ्य अभी भी गंभीर है, पर स्टेबल है।
वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं शिक्षा मंत्री
कोरोना संक्रमित होने के बाद पहले रिम्स फिर रांची के मेडिका हॉस्पिटल में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को भर्ती कराया गया। रविवार दोपहर को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। जिसके बाद से उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शिक्षामंत्री का फेफड़ा कोरोना संक्रमण के चलते पूरी तरह डैमेज हो चुका है। वह खुद से सांस भी नहीं ले पा रहे हैं। शरीर में ऑक्सीजन सेचुरेशन भी लगातार घट- बढ़ रहा है। रविवार की दोपहर उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन घटकर 60 फीसदी हो गया था।
जगरनाथ महतो की तबीयत ज्यादा खराब होने की सूचनाप पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख मेडिका पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कई दिनों से उन्हें और बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हालात बेहतर नहीं होने की वजह से नहीं ले जा पा रहे थे।
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि शिक्षामंत्री के बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है। लेकिन ऐसी स्थिति में दवा से ज्यादा दुआ का असर होता है। इसलिए राज्य की जनता से अपील है कि वह उनके लिए दुआ करें।
क्या कहते हैं चिकित्सक
मेडिका के उनका इलाज कर रहे डॉ विजय मिश्रा ने बताया कि वेंटिलेटर पर जाने के बाद स्थिति में सुधार के संकेत मिले हैं। पर अभी भी जगरनाथ महतो की स्थिति गंभीर बनी हुई है। वेंटिलेटर सपोर्ट से शिक्षा मंत्री के शरीर में ऑक्सीजन लेवल मेंटेन हो रहा है।