कोरबा 01 मई 2021/ जिले में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने का काम और कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज सुनियोजित ढंग से किया जा रहा है। कोरोना संक्रमित होम आइसोलेटेड मरीजों को कोरोना के ईलाज के लिए दवाईयों का किट बनाकर दिया जा रहा है। कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए सर्दी-खांसी-बुखार जैसे कोरोना लक्षण वाले लोगों को भी कोरोना के प्रोफाइलेक्सिस दवाईयों के किट बनाकर लोगों में वितरण किया जा रहा है। जिले में अभी तक पिछले 20 दिनों में ही लगभग 22 हजार दवाईयों का किट तैयार कर लोगों में वितरण किया जा चुका है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना लक्षण वाले सभी लोगों का सर्वे कर सभी को कोरोना ईलाज के लिए दी जाने वाली दवाईयों का सेवन करवाने के निर्देश सभी अनुविभाग के एसडीएम को दिए हैं। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कहा कि एक्टिव सर्विलेंस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्दी-खांसी-बुखार जैसे लक्षण वाले लोगों की पहचान की जाये। ऐसे लक्षण वाले लोगों को कोरोना के प्रोफाइलेक्सिस दवाईयों के डोज को तत्काल दी जाये। उन्होेंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार स्वास्थ्य सर्वे की जाये और सर्वे में संदिग्ध लक्षण वाले लोगों को दवाईयां दी जाये।
कोरोना संदिग्ध मरीजों को अभी तक सर्वाधिक कोरबा के शहरी क्षेत्रों में आठ हजार 043 प्रोफाइलेक्सिस दवाईयों का किट वितरण किया जा चुका है। इसी प्रकार कोरबा के ग्रामीण क्षेत्र में दो हजार 427, विकासखंड करतला में दो हजार 900, विकासखंड कटघोरा में तीन हजार 166, पाली में तीन हजार 821 और विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा में एक हजार 882 कोरोना दवाईयों के किट का वितरण किया गया है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कहा कि कोरोना संदिग्ध लोगों की पहले ही पहचान हो जाने से और उन्हें दवाई का सेवन करा दिये जाने से कोरोना का संक्रमण दूसरे लोगों में नहीं फैल सकेगा। उन्होने कोरोना संदिग्ध लोगों के स्वास्थ्य पर सतत् निगरानी रखने और आक्सीजन लेवल पर नजर बनाये रखने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने सभी गांवों में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्यतः करने के निर्देश स्वास्थ्य अमले को भी दिए।