रायपुर:- 18 प्लस के लोगों का एक भी टीका बर्बाद नहीं हो रहा है। बर्बादी रोकने विभाग ने उधारी का फॉर्मूला बनाया है, जी हां उधारी का फॉर्मूला, वायल में जितनी डोज़ बची उसे दूसरे श्रेणी के लोगों को दिया जा रहा है। जिस श्रेणी के लोग ज्यादा मौजूद हैं उस श्रेणी का ही वायल खोला जा रहा है।
अलग-अलग श्रेणियों के लोगों को लगाए गए टीके को बाद में अरजेस्ट कर लिया जा रहा है। शुरुआत के 5 दिनों में 77 डोज खराब होने के बाद नए फार्मूले की शुरुआत की गई। सरकार की इस पहल से बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिल रही है। वैक्सीन बिल्कुल भी बर्बाद नहीं हो रहे हैं।
क्योंकि यदि यह फॉर्मूला अपनाया जाता तो शुरुआती दिनों की तरह ही आगे भी वैक्सीन बर्बाद होती वैक्सीन की कीमतों के बीच यह फॉर्मूला प्रदेश वासियों के लिए राहत की बात है।