टोंक:- राजस्थान में सरकारी स्कूलों में टीचर्स की अश्लील हरकतें अब बच्चों को भी शर्मिंदा करने लगी है. ऐसा ही एक मामला टोंक जिले के देवली ब्लॉक में सामने आया है. यहां शिक्षा के मंदिर में महिला और पुरुष टीचर ने ऐसी हरकत कर डाली कि बच्चे भी शरमा गये. बच्चों ने यह बात घर जाकर अपने परिजनों को बताई तो वे भड़के उठे. ग्रामीण ने स्कूल का घेराव कर दोनों टीचर्स को वहां से हटाने की मांग रख दी. मामला बिगड़ता देखकर प्रशासन ने अधिकारियों को मौके पर भेजा. बाद में ग्रामीणों की मांग और हालात को देखते हुये दोनों टीचर्स को वहां हटा दिया गया है. बच्चों ने टीचर्स पर और भी कई आरोप लगाये हैं.
जानकारी के अनुसार मामला देवली ब्लॉक के श्रीनगर गांव का है. स्कूल के बच्चों और उनके ग्रामीणों के अनुसार सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक जगदीश मीणा और एक शिक्षिका आये दिन अश्लील और गंदी हरकतें करते रहते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बच्चे घर आकर टीचर्स की हरकतों के बारे में बताते हैं. इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.
ग्रामीणों ने स्कूल के लगा दिया ताला
इसी मसले को लेकर ग्रामीण बुधवार को आक्रोशित हो गए और स्कूल पहुंच गये. बाद में ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला लगाकर दोनों शिक्षकों को हटाने की मांग की. स्कूल के प्रधानाचार्य ने ग्रामीणों से समझाइश करने कोशिश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे. उसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को पूरे मामले की जानकारी दी गई. उन्होंने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया. लेकिन ग्रामीण आरोपी शिक्षक और शिक्षिका को हटाने की मांग पर अड़ गये.
दोनों टीचर्स को श्रीनगर स्कूल से हटा दिया
अंतत: बाद में मामला प्रशासनिक स्तर पर एसडीएम के पास पहुंचा. इस पर बाद में दोनों को जांच पूरी होने तक तत्काल वहां से हटाने के आदेश जारी कर दिये. देवली एसडीएम भारत भूषण गोयल ने कहा कि टीचर्स की हरकतों से आक्रोशित ग्रामीणों के आरोप के बाद अधिकारियों को जांच के लिये स्कूल भेजा गया था. मामले की पुष्टि होने के बाद दोनों टीचर्स को श्रीनगर स्कूल से हटा दिया गया है.
सरकारी स्कूलों में छात्राओं से छेड़छाड़ के कई मामले आ चुके हैं
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों द्वारा छात्राओं से अश्लील हरकतें करने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं. इन मामलों को लेकर कई बार कई गांवों में माहौल बिगड़ चुका है. टोंक में हुये मामले में एक बार फिर शिक्षा विभाग की किरकिरी हुई है. हालांकि इस तरह के मामलों में आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई मामलों में कार्रवाइयां हुई है लेकिन अश्लीलता का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.