बारां:- वर्षा करने के लिए यज्ञ एवं हवन का होना तो सामान्य बात है, मगर इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए मेंढकों की शादी सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। राजस्थान के बारां जिले में कुछ ऐसा ही हुआ। यहां इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए रहवासियों ने रीति-रिवाज के साथ दो मेंढकों की शादी कराई। दरअसल, बारां जिले मे अभी तक वर्षा नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। उनका कहना है कि इंद्र देव नाराज हुए हैं, इसी कारण उनके इलाके में वर्षा नहीं हो रही है। इंद्र देव को मनाने के लिए रहवासियों ने अनोखे अंदाज में दो मेंढ़कों का विवाह कराया।

वही जिले के अटरू गांव में ललिता चौधरी के नेतृत्व में औरतों ने मंगल गीत गाये। इसके पश्चात् गौबर से बने मेंढक एवं मेंढकी की नगर परिक्रमा कराई गई। वहीं घांस भैरूजी की उपासना करने के पश्चात् सभी देवी-देवताओं की पूजा करके वर्षा की प्रार्थना की गई। महिलाओं ने गोबर से मेंढक एवं मेंढकी बनाए थे। तत्पश्चात, शादी की सभी रस्में अदा की गईं। इतना ही नहीं, इस समारोह में महिलाएं मंगल गीत गाने के साथ नाचते हुए भी देखी गईं।

परंपरा है इस शादी से खुश होकर इंद्र देव मेहरबान हो जाते हैं। एक महिला के सिर पर केलू पर मेंढक एवं मेंढकी को रखकर गाँव की परिक्रमा करवाई गई। किसानों ने कहा कि मानसून की बेरुखी के कारण किसान परेशान हैं। अन्नदाताओं ने बताया कि वर्षा न होने से फसल की बुआई तक नहीं हो पाई है, इसलिए इंद्र देव को खुश करने के लिए मेंढक एवं मेंढकी का विवाह कराया गया।