फिरोजाबाद:- उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में इस साल हत्या, लूट और चोरी जैसे अपराधों में लिप्ट कम से कम 99 मुजरिमों के नाते-रिश्तेदारों ने फर्जी आधार कार्ड के जरिये उनकी जमानत करवा दी. इसके अलावा इनमें से कई आरोपियों के लिए जमानत के तौर पर एक ही जमीन के कागज का इस्तेमाल किया गया. फिरोजाबाद पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है. पुलिस का कहना है कि वह गहराई से मामलों की जांच कर रही है और आगे और भी ऐसे केस सामने आ सकते हैं.

फिरोजाबाद के एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि पिछले दिनों शिकायत मिली थी कि अपराधियों के परिजन, दोस्त और रिश्तेदार फर्जी आधार कार्ड के साथ एक ही जमीन के कागज कई बार लगाकर जमानत करा रहे हैं. जांच में 99 लोगों के नाम प्रकाश में आए, जिन्हें चिह्नित कर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

एएसपी ने कहा कि इन सभी मामलों के संबंध के प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और जमानत पर छूटे इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘धोखाधड़ी से इन लोगों की जमानत करवाने वाले लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा.’

उन्होंने कहा, ‘अपराधियों की जमानत के लिए अब जमानतियों के पूरे कागजों की प्राथमिकता के आधार पर थाना और तहसील स्तर पर जांच कराई जाएगी, जिससे जमानती फर्जी दस्तावेज पर अपराधियों की जमानत न करा सकें.’

कहां-कितने केस
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमानत करवाने के सबसे ज्यादा मामले शिकोहाबाद में सामने आए हैं, जहां 15 अपराधियों को इसी तरह जमानत मिल गई. इसके अलावा सिरसागंज में 11 , दक्षिण थाने से 9, टूंडला और रसूलपुर में 7, रामगढ़ और मक्खनपुर में 6, पचोखरा और खैरगढ़ में 5, मटसेना, बसई मोहम्मदपुर, नसीपुर, जसराना और लाइनपार 4, नगला खंगर में 3 और नगला उत्तर में एक ऐसा मामला सामने आया है.