मंदसौर:- पूरा देश आज कोरोना महामारी जैसी घातक बीमारी से जूझ रहा है वहीं देश के डॉक्टर, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन विभाग एवं स्वयंसेवी संस्थाएं सभी अपना अपना फर्ज निभा रहे हैं। सुवासरा तहसील के गांव बसई में विगत तीन चार दिन से 20-25 साल का एक युवक मानसिक रूप से अ्विकसित लग रहा युवक घुम रहा था और बोल नहीं पा रहा था। कोरोना काल में संपूर्ण लाकडाउन होने के कारण बसई बस स्टैंड पर दिन भर सन्नाटा रहता है। ऐसे में यह लड़का बसई चौकी के आरक्षक श्याम पाल एवं दीपक शुक्ला ने देखा और उससे बात करने की कोशिश की। उसमें वह सफल हुए लेकिन अविकसित बालक बोलने में असमर्थ था वह बोल नहीं पा रहा था।
ऐसे में चौकी के जवान श्याम पाल ने एक पेन कॉपी उस बालक को देकर अपना नाम व पता लिखने को कहा। उसने अपना नाम संजु पिता छगन निवासी नांदुरा खुर्द तहसील खकनार जिला बुरहानपुर लिखा। फिर क्या था चौकी जवानों ने उसे उसके घर सुरक्षित भेजने की ठानी। गूगल पर सर्च कर उसकी तहसील व गांव के थाना खकनार संपर्क किया। वहां से उसके गांव संपर्क कर वीडियो कॉलिंग करके उसके परिवार में उसकी माता उसके भाई एवं वहां के सरपंच से बात की। उन्होंने उस लड़के को पहचान लिया व लड़के ने भी अपने परिवार के सदस्यों को पहचान लिया। बस फिर क्या था लड़के की मां भावुक होकर कर रोने लगी और इधर लड़का भी अपनी मां को देख कर रोने लगा। उसकी मां ने वीडियो कॉलिंग पर रोते हुए कहा कि मैं आ रही हूं मेरे बेटे को लेने मेरा बेटा संजू गूंगा है। वह बोल नहीं पाता है। नवंबर 2020 में खेत पर गाय चराने गया था उसी दिन से गुमशुदा हो गया। उसे हमने बहुत ढूंढा पर नहीं मिला।
आज सुबह संजू को लेने के लिए उसके गांव नांदुरा तहसील खकनार जिला बुरहानपुर से उसकी माता प्रमिला बाई, भाई ईश्वर, वहां के सरपंच राजेश आदि परिजन आए। साथ मे थाना खकनार के थाना प्रभारी का पत्र एवं सभी आईडी प्रूफ साथ लाने के बाद सुवासरा एएसआई श्री वर्मा ने सभी खानापूर्ति करने के बाद संजू को इसकी मां के सुपुर्द किया। इस अवसर पर संजू की माता ने भावुक होकर बसई चोकी जवानों को दिल से धन्यवाद दिया। इस अवसर सुवासरा थाना ए.एस आई राजाराम वर्मा बसई चौकी प्रधान आरक्षक मंगल सिंह आरक्षक श्याम पाल,दीपक शुक्ला,मनोज,रमेश कोठारी, दिलीप गवरिया,राजकुमार होटल,रोजगार सहायक जितेन्द्र सिंह देवड़ा,दिपक पोरवाल, सफी मोहम्मद आदी उपस्थित थे।