- 2 अक्टूबर महात्मा गांधी (बापू) व लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर आईपीएस दीपका व प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से नशा मुक्ति पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन कर सामाजिक जागरुकता बिखरी गई
आई.पी.एस. दीपका के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बतलाया कि आई.पी.एस. दीपका तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में दो अक्टूबर महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री जयंती के उपलक्ष पर नशा मुक्ति विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन रखा गया था। जिसमें मुम्बई से विख्यात कंसलटेंट ऑफ ट्रेनिंग ऑफ डेवलपमेंट डॉक्टर सचिन परब जी मुख्य वक्ता के तौर पर नशा मुक्ति विषय पर अपने वक्तव्य रखें इनके अलावा कार्यक्रम में कोरबा जिले से ए. एस. पी. कीर्तन राठौर जी तथा आदित्य कुमार (मैनेजिंग डायरेक्टर ई.डब्लू.आई. प्राइवेट लिमिटेड), डॉक्टर संजय गुप्ता (प्रिंसिपल इंडस पब्लिक स्कूल दीपिका) अंजना सिंह जी (डायरेक्टर एंड एरिया ऑफिसर ऑफ लायंस क्लब), बी.के. बिंदु बहन, प्रजापिता ब्रहमा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, कोरबा से मौजूद रहीं इसके अलावा कार्यक्रम में कोरबा जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चे व उनके परिजन भी सम्मिलित हुवे साथ ही अन्य जिलों, राज्यों से बच्चे तथा आम नागरिक कार्यक्रम में शामिल हुवे
कार्यक्रम की शुरुवात कुमारी नव्या द्वारा मैडिटेशन कॉमेंट्री से हुई जिसमें उपस्थित सभी ने राजयोग मैडिटेशन के माध्यम से गहन शांति की अनुभूति की तत्पश्चात माउंट आबू से हलदार भाई जी नें आप मीले खुशियां मिली गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया तत्पश्चात कोरबा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से ब्रह्माकुमारी बिंदु दीदी जी के द्वारा सभी अतिथियों का अभिवादन, अभिनंदन, स्वागत किया गया ऑनलाइन माध्यम से बुके प्रस्तुत करते हुवे भेंट तहेदिल से स्वीकार करने को कहा गया, व कीमती समय निकालकर कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिये धन्यवाद अदा किया गया आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर सचिन परब जो कि मुंबई यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस किये हुवे हैं, आप प्रोफेशनल काउंसलर तथा हिप्नोथेरेपिस्ट है, माय इंडिया एडिक्शन फ्री इंडिया कैंपेन में आप नेशनल कोऑर्डिनेटर्स है। 23 वर्षों से राजयोग मेडिटेशन की प्रैक्टिस करने के साथ-साथ राज योगा टीचर भी है। जिन्होंने अपने वक्तव्य में बतलाया कि एडिक्शन ना केवल व्यसन, धूम्रपान होती है। इसके अलावे आजकल डिजिटल एडिक्शन भी छाई हुई है, एडिक्शन के 5 स्टेजेस होते हैं जिसे 5c कहते हैं, व्यसन की शुरुवात प्रायः तम्बाकू से होती है। फिर धीरे धीरे अन्य नशीली पदार्थों के आदि बनते जाते हैं, जिनके ब्रेन में डोपामिन रिसेप्टर कम होते हैं। उनमे एडिक्शन के चांसेस अधिक होते हैं। नशा करने वाला व्यक्ति बुरा नहीं होता बल्कि बीमार होता है। राजयोगा मेडिशन के माध्यम से व्यसन मुक्ति में सहायता मिलती है। राजयोगा द्वारा प्री फ्रंटल कोर्टेक्स नामक, ग्रे मटर बढ़ता है जिससे ना कहने की या निर्णय करने की शक्ति बढ़ती है। संकल्पों में दृणता आती है। आगे डॉ. सचिन परब ने कहा कि बहोत से बच्चे दोस्तों के दबाव में व्यसन की शुरुवात करते हैं, व्यसन से अनेकों प्रकार के नुकसान होते हैं मानसिक विकार, शारीरिक रोग, रिस्ते कमजोर होते जाते, गृह क्लेश इत्यादि, आज किसी चीज के सेलिब्रेशन में नशा कंपल्सरी माना जाता है। व्यसन के उत्पाद उत्तपन्न करने वाली इंडस्ट्री का टारगेट स्कूल व कॉलेज के बच्चे होते हैं जिसके लिये फिल्मों के माध्यम से बच्चों में व्यसन के संस्कार पनपते हैं। प्रतिदिन 5500 बच्चे भारत मे व्यसन की शुरुवात करते हैं। व्यसन की वजह से 3500 लोग प्रतिदिन मृत्यु को प्राप्त करते हैं। नशा एक मानसिक बीमारी है। आमतौर पर नशामुक्ति केंद्र या अन्य तरीकों से व्यसन छोड़ने वाले पुनः व्यसन आरम्भ कर लेते हैं। पर ब्रह्माकुमारी सेंटर द्वारा व्यसन मुक्त हुवे व्यक्ति दोबारा व्यसन नहीं करते चूंकि मैडिटेशन से ब्रेन के प्री फॉण्टल कॉटेक्स अर्थात ग्रे मैटर में हुवे बदलाओ दृण संकल्प के लिये मदद करते हैं। परिजनों को अपने बच्चों के साथ दोस्त की तरह व्यवहार करना चाहिए। जिससे कि बच्चे उनसे अपने दिल की भावनाएं सांझा कर सके, इनके पश्चात कोरबा ए.एस.पी. कीर्तन राठौर जी अपने वक्तव्य रखते हुवे समाज को संबोधित करते हुवे कहा कि हम पुलिस प्रशासन अवैध नशा विक्रय केंद्र पर छापेमारी कर अवैध नशे के व्यापार को रोकने के लिये प्रयासरत रहते हैं। इसके अलावा विभिन्न इलाकों के ऐसे बच्चे जो व्यसन के लत से पीड़ित हैं। उन्हें समय समय पर गश्ती दल दौरा समझाइस दी जाती है। कोरबा जिला इंडस्ट्रियल क्षेत्र होने की वजह से यहां धूम्रपान अधिक होता है व नशे में क्राइम भी अधिक होता है। उन्होंने नशामुक्ति प्रोग्राम की सराहना की व आगे भी रूबरू होते रहने को कहे, उनके पश्चात इंडस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने अपने उद्बोधन रखे जिसमें उन्होंने कहा कि अगर नशा करना ही हो तो पॉजिटिव चीजों को नशा करें पढ़ाई का नशा, लक्ष्य को प्राप्त करने का नशा ऐसी चीजें जो हमारे लिए हानिकारक हैं। उससे परहेज करें, बुरी संगत से बचकर रहें उन्होंने भी आयोजन की सराहना की व मुख्य वक्ता की प्रसंशा करते हुवे कहे कि उनके वक्तव्य में एकदम से खो गए थे, उन्हें और सुनने का मन कर रहा था। तत्पश्चात आदित्य कुमार जी जो कि ई.डब्ल्यू.आई.प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजिंग डायरेक्टर हैं उन्होंने बच्चों के खानपान को लेकर जागरुक्त करते हुवे बतलाया कि चॉकलेट, जंक फूड इनका भी नशा हमारे लिये हानिकारक है, हमें लिमिट से अधिक कोई भी चीजें नहीं खानी चाहिए। सुबह हमें लेमन वाटर का सेवन करना चाहिए। इससे इम्युनिटी बढ़ती है व कई अन्य फायदे भी हैं। हमें एल्कलाइन फूड का सेवन करना चाहिए एसिडिक फूड से परहेज करना चाहिए। उनके पश्चात अंजना सिंह जी ने अपने वक्तव्य रखे जिसमें उन्होंने आयोजन की सराहना की तथा व्यसन की वजह से समाज मे व्याप्त क्राइम के स्तर पर प्रकाश डाला कार्यक्रम के अंत मे बी.के. हलदार भाई द्वारा नशा मुक्ति से जुड़ी गीत गाई गई जिसमें उपस्थित सभी बच्चों ने नृत्य कर अपनी सेवा परमात्मा के इस विश्व परिवर्तन के बेहद के गुप्त कार्य मे दी गई इस तरह से आज का नशामुक्ति विषय पर यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट यू ट्यूब पर जारी था
आगे डॉक्टर संजय गुप्ता प्राचार्य आईपीएस नें बतलाया इंडस पब्लिक स्कूल शुरू से ही सामाजिक गतिविधियों में फोकस करता रहा है लॉक डाउन के दौरान हम ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं व समय समय पर ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से समाज के वरिष्ठ जनों को जोडजर विभिन्न टॉपिक पर परिचर्चा करवाते रहते हैं ताकि सामाजिक जागरूकता फैलती रहे इस कड़ी में आज का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे मुम्बई से विख्यात वक्ता डॉक्टर सचिन परब जी ने शिरकत कर नशामुक्ति विषय साइंटिफिकली विस्तृत जानकारी प्रदान किये इंडस पब्लिक स्कूल आगे भी इस तरह की गतिविधि करवाता रहेगा, अगली मर्तबा आईपीएस दीपका द्वारा साइबर क्राइम विषय पर विस्तृत परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है इस प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से समाज के जागरूक लोगों को अग्रिम इनविटेशन भी प्रेसित करते हैं। आइये सामाजिक बदलाव हेतु हमसे जुड़कर सामाजिक जागरूकता फैलाने में भागीदारी सुनिश्चित करें