वाराणसी:- आमतौर पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आप एंबुलेंस चालक द्वारा मनमाना चार्ज वसूलने और ग्रामीण इलाके में एंबुलेंस की किल्लत से मरीजों की होने वाली दिक्कतों की खबर पढ़ रहे होंगे. ऐसा भी हो रहा है कि एंबुलेंस के आते ही लोग इलाके, मोहल्ले या फिर कॉलोनी में कोरोना मरीज की आशंका से भयभीत हो रहे हैं, लेकिन वाराणसी में एक एंबुलेंस को लेकर ऐसी तस्वीर और खबर सामने आई है जिसने सबको चौंका दिया है.
मामला वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के सुजाबाद का है. यहां सुजाबाद चौकी भी है. इसी चौकी के पास एक एंबुलेंस लंबे वक्त से खड़ी थी. पहले तो ये सामान्य ही दिखी, लेकिन वहां से गुजर रहे लोगों की जब इस पर नजर पड़ती तो उन्हें लगा कि शायद कोई मरीज आया है या किसी मरीज के लिए ही एंबुलेंस जा रही होगी. बार-बार उसी रास्ते से गुजरने पर लोगों ने देखा कि एंबुलेंस वहीं खड़ी है और अब हिल भी रही है. इससे लोग भय के कारण आशंकित हो गए. काफी देर बाद कुछ स्थानीय लोगों ने हिम्मत जुटाकर एंबुलेंस के पास जाने का निर्णय लिया. जब एंबुलेंस के पास पहुंचे और उसमें अंदर झांका तो उनके होश उड़ गए. उसमें मौजूद लोग आपत्तिजनक स्थिति में थे. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
सभी को भेजा गया जेल
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जब एंबुलेंस के दरवाजे खुलवाए गए, तो सबकी आंखें शर्म से झुक गयीं. इस दौरान तीन युवक और एक युवती आपत्तिजनक हालत में थे. इसके बाद पुलिस ने एंबुलेंस सील कर दी. थानाध्यक्ष रामनगर वेद प्रकाश राय ने बताया कि चारों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है और एंबुलेंस पर सीलिंग कार्यवाही की गई है. फ़िलहाल एंबुलेंस थाने में खड़ी है. बताया जा रहा है कि एंबुलेंस मंडुआडीह के एक निजी अस्पताल से संबद्ध है जिसे लंका का एक व्यक्ति किराए पर लेकर चलाता था. वहीं मरीज़ों को लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस का उपयोग करता था, लेकिन इस आपदा काल में ऐसी तस्वीर देखकर पुलिस और आम पब्लिक हैरान रह गयी.