कोरबा:- अन्न, जल और वायु हमारे जीवन का आधार है। सामान्य मनुष्य प्रतिदिन औसतन 1 किलो अन्न और 2 किलो जल लेता है परंतु इनके साथ वह करीब 10000 लीटर वायु भी लेता है । इसलिए स्वास्थ्य की सुरक्षा हेतु शुध्द वायु अत्यंत आवश्यक है । प्रदूषण युक्त, ऋण-आयनों की कमीवाली एवं ओजोनरहित वायु से रोगप्रतिकारक शक्ति का हृस होता है व कई प्रकार की शारीरिक-मानसिक बीमारियाँ होती है।

विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्थापित किया गया था । यह पहली बार वर्ष 1973 में पृथ्वी पर वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए सकारात्मक कदम उठाने और इस दिशा में दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था । पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है -परि और आवरण जिसमें परि का तात्पर्य है हमारे आसपास या कह लें कि जो हमारे चारों ओर है । वहीं आवरण का मतलब है जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है । पर्यावरण जलवायु स्वच्छता, प्रदूषण तथा वृक्ष सभी को मिलाकर बनता है और ये सभी चीजें अर्थात पर्यावरण हमारे दैनिक जीवन से सीधा संबंध रखता है और उसे प्रभावित करता है।

मानव और पर्यावरण एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं  पर्यावरण जैसे जलवायु प्रदूषण या वृक्षों का कम होना मानव शरीर और स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है । मानव की अच्छी बुरी आदतें जैसे वृक्षों को सहेजना, जलवायु प्रदूषण रोकना, स्वच्छता रखना भी पर्यावरण को प्रभावित करती है । मानव की बुरी आदतें जैसे पानी दूषित करना, पानी बर्बाद करना, वृक्षों की अत्यधिक मात्रा में कटाई करना आदि पर्यावरण को बुरी तरह से प्रभावित करती है । जिसका नतीजा बाद में मानव को प्राकृतिक आपदाओं का सामना करके भुगतना ही पड़ता है।

उपरोक्त सभी बातों को दृष्टिगत रखते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए । गौरतलब है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से एसईसीएल दीपका एवं गेवरा तथा फारेस्ट डिपार्टमेंट कटघोरा तथा कोरबा के द्वारा इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । इन प्रतियोगिताओं को दोनों विभागों द्वारा अलग-अलग कक्षा समूहों में बाँटा गया था । फारेस्ट विभाग कटघोरा एवं कोरबा के द्वारा कक्षा पहली एवं दूसरी के विद्यार्थियों के लिए कलरिंग काम्पिटिशन, तीसरी से पाँचवी के विद्यार्थियों के लिए ड्राइंग काम्पिटिशन, कक्षा छठवीं से आठवीं पोस्टर मेकिंग काम्पिटिशन तथा कक्षा नवमीं से दसवीं के विद्यार्थियों के लिए स्लोगन रायटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

वहीं पर्यावरण सुरक्षा व संरक्षण का संदेश देने हेतु एसईसीएल दीपका व गेवरा के द्वारा आयोजित ड्राइंग, स्लोगन व निबंध लेखन प्रतियोगिता में भी इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया । एसईसीएल दीपका एवं गेवरा द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने विभिन्न स्लोगन आकर्षक ड्राइंग व प्रेरक निबंध लेखन कर सबका दिल जीत लिया।

इन सभी प्रतियोगिताओं में अपनी खास प्रतिभा का पदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया । फारेस्ट विभाग कोरबा द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में ग्रुप-ए (कलरिंग कक्षा पहली एवं दूसरी) में प्रथम-विरिका, द्वितीय-निखिल साहु एवं तृतीय-सभ्य रत्नाकर, ग्रुप-बी(कक्षा तीसरी एवं पाँचवीं) में प्रथम-अंजली कुमारी, द्वितीय-हर्षित अजय मांडलेकर एवं तृतीय-पलक श्रीवास । ग्रुप-सी(पोस्टर मेकिंग, कक्षा छठवीं से आठवीं) में प्रथम-ग्रीतिका वत्स, द्वितीय-सुनिधि शर्मा तथा तृतीय-दीपेश कुमार । ग्रुप-डी(स्लोगन रायटिंग) में प्रथम-रिदिमा हलदर, द्वितीय-सौभाग्य रंजन बेहरा एवं तृतीय पुरस्कार सिमरन कुमारी को प्रदान किया गया ।

इसी प्रकार फारेस्ट डिपार्टमेंट कटघोरा द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में गु्रप-ए कलरिंग प्रतियोगिता में कक्षा पहली से दूसरी से प्रथम-आरना मिश्रा, द्वितीय-शिवेश अग्रवाल एवं तृतीय-चिरंजीव साहु । ग्रुप-बी ड्राइंग प्रतियोगिता में कक्षा तीसरी से पाँचवीं में प्रथम-निधि वर्मा, द्वितीय-सायसा सारा नरवाल एवं तृतीय पुरस्कार-आरव कुरूमदेव को प्रदान किया गया । ग्रुप-सी पोस्टर मेंकिंग प्रतियोगिता में कक्षा छठवीं से सातवीं में प्रथम-मितुल गौतम, द्वितीय-अनन्या ढोके एवं तृतीय पुरस्कार-अनुष्का चंद्रा को प्रदान किया गया । ग्रुप डी स्लोगन रायटिंग प्रतियोगिता में कक्षा नवमीं एवं दसवीं से प्रथम पुरस्कार सौभाग्य रंजन बेहरा, द्वितीय-पूजा यादव, तृतीय पुरस्कार-पायल यादव को प्रदान किया गया ।

इसी तारतम्य में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागृति लाने के उद्देश्य में एसईसीएल गेवरा के द्वारा आयोजित ड्राइंग व स्लोगन रायटिंग प्रतियोगिता में भी इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने अपना जलवा बरकरार रखा । कक्षा पहली से पाँचवीं तक के विद्यार्थियों के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता में प्रथम सरताज आलम, द्वितीय-सायसा सारा नरवाल एवं तृतीय-निखिल साहु रहे । स्लोगन रायटिंग प्रतियोगिता में प्रथम-वंशिका सिंह, द्वितीय-अनुष्का चंद्रा तथा तृतीय निकिता हेम्बराम रहे । सभी विजेताओं को जीएम कांन्फ्रेस हॉल में आयोजित भव्य समारोह में पृरस्कृत किया गया ।

एसईसीएल दीपका द्वारा आयोजित स्लोगन रायटिंग, ड्राइंग एवं निबंध रायटिंग प्रतियोगिता में कक्षा पहली से आठवीं कक्षा समुह में प्रथम-रितु वर्मा, द्वितीय-आरव पंडित व तृतीय-मानवी यादव रहे ।

कक्षा पहली से आठवीं कक्षा समुह में स्लोगन रायटिंग प्रतियोगिता में प्रथम-जयप्रकाश चंद्रा, द्वितीय-सुप्रिया कंवर व तृतीय-वृध्दि राठौर रहे । नवमीं से बारहवीं ड्राइंग प्रतियोगिता में प्रथम-रिदिमा हलदर, द्वितीय-पायल यादव व तृतीय-सौभाग्य रंजन रहे ।

कक्षा नवमीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम-तमन्ना सिंधु, द्वितीय-आदित्य दुबे व तृतीय राशि कन्नौजिया रहे । सभी विजयी प्रतिभागियों को एसईसीएल प्रबंधन व विद्यालय परिवार के द्वारा प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया ।

विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका क्रमशः स्वाति सिंह, मोमिता सरकार व निहारिका जैन श्रीवास्तव ने निभाया साथ ही इन सभी प्रतियोगिताओं के आयोजन में विद्यालय की शैक्षणिक समन्वयक श्रीमती सोमा सरकार की विशेष भूमिका रही । जिनके कुशल मार्गदर्शन में प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ ।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज हम सभी प्राकृतिक संसाधनों का हमारे जीवन में क्या महत्व है । हम सभी को विचार करना होगा कि बिना भोजन के हम कुछ दिनों तक तो जीवित रह भी सकते हैं लेकिन बिना जल और वायु के हमारा जीवन असंभव है ।

हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी जैविक और अजैविक तत्वों, तथ्यों-प्रक्रियाओं और घटनाओं से मिलकर बनी इकाई ही पर्यावरण है । यह हमारे चारों ओर व्याप्त है । पर्यावरण और पृथ्वी में उपस्थित सभी जीव एक-दूसरे पर निर्भर है । मनुष्यों द्वारा की जाने वाली सभी क्रियाएँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण को प्रभावित करती है ।

पर्यावरणीय समस्याएँ जैसे-प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन इत्यादि मनुष्य को अपनी जीवनशैली के बारे में पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित कर रही है । अभी पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण प्रबंधन की नितांत आवश्यकता है । आज पर्यावरण प्रदूषण बहुत तेजी से बढ़ रहा है । यदि आज भी हम नहीं समझे तो आने वाला कल अंधकारमय होगा । हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का संकल्प लेना चाहिए । हमें पेड़ों को काटना नहीं चाहिए साथ ही इनकी सुरक्षा का भी संकल्प लेना चाहिए । हमें नदियों, पहाड़ों तथा सभी वन्य जीव-जंतुओं की भी सुरक्षा, संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए । क्योंकि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का नतीजा आज हमारे समक्ष है । हमें इनसे सबक लेकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा । हमें पीपल, बरगद, नीम, तुलसी, आँवला जैसे औषधीय पौधों का अधिकाधिक रोपण करना चाहिए । ये वृक्ष शुध्द वायु के द्वारा प्राणिमात्र को एक प्रकार का उत्तम भोजन प्रदान करते हैं । हमें स्वयं तो वृक्ष लगाने ही चाहिए साथ ही अन्य को भी वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए ।