रायगढ़:- छत्तीसगढ़ में अवैध संबंधों के चलते फिर एक हत्या हो गई। रायगढ़ में एक युवक ने अपनी ही साली का गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए चचेरे भाइयों के साथ मिलकर जंगल में पेड़ से शव को लटका दिया। खास बात यह है कि पुलिस इसे खुदकुशी बताया था, लेकिन पोस्टमार्टम में हत्या की आशंका पर जांच की गई। फिलहाल पुलिस ने जीजा सहित अन्य दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, तमनार क्षेत्र के धोबनी घाट जंगल में 13 अगस्त को एक युवती का शव पेड़ से लटका मिला था। उसके गले में पीले रंग की चुन्नी का फंदा पड़ा था। सूचना पर पुलिस ने गांव में मुनादी कराई तो युवती की पहचान लैलूंगा के केकराझारिया निवासी सुनीता यादव (20) पुत्री जगदीश यादव के रूप में हुई। पुलिस पूछताछ में पता चला कि सुनीता का मुड़ागांव निवासी जीजा मदन सुंदर (30) करीब 2-3 माह पहले उसे अपने घर ले आया था।

पुलिस को झूठी कहानी सुनाई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पकड़े गए
मदन ने पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी राजकुमारी ने छोटी बहन को घर लाने का विरोध किया। दोनों के बीच झगड़ा हुआ और सुनीता को डांट फटकार कर भगा दिया। इसके बाद सुनीता का पता नहीं था। पुलिस ने भी इसे प्रथम दृष्टया खुदकुशी माना और मर्ग दर्ज करते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार को रिपोर्ट में हत्या की आशंका जताई गई। पुलिस ने जांच शुरू की तो मदन व सुनीता के बीच झगड़े और मारपीट का पता चला।

मोबाइल पर किसी और से बात करते देख दोनों में हुआ विवाद
पुलिस ने मदन को हिरासत में ले लिया। सख्ती से हुई पूछताछ में मदन ने बताया कि 12 अगस्त को सुनीता किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद मदन ने चुन्नी और हाथ से सुनीता का गला घोंट दिया। फिर अपने चचेरे भाइयों अभिमन्यु यादव और दुखभंजन के साथ मिलकर उसके शव को बोलेरो से जंगल में ले गए। आत्महत्या दर्शाने शव को पेड़ से लटका दिया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।