- क्रियात्मक शैली, अनुसंधान, प्रभावी शिक्षण एवं शिक्षा के क्षेत्र में निर्धारित मापदण्डों को पूर्ण कर आई.पी.एस. दीपका ने सीबीएसई नई दिल्ली द्वारा कक्षा पहली से बारहवीं तक की मान्यता प्राप्त की
- मौजूदा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा 11 वीं में सभी संकायों विज्ञान, वाणिज्य एवं कला विषयों हेतु प्रवेश प्रक्रिया एवं अध्यापन प्रारंभ
- हमारा एकमात्र उद्देश्य क्षेत्र में बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धी वातावरण का निर्माण करना– डाॅ. संजय गुप्ता
दीपका व आसपास के इलाकों के लिये एक खुशखबरी यह है कि इंडस पब्लिक स्कूल दीपका को कक्षा 12 वीं तक कि शिक्षा प्रदान करने हेतु सीबीएसई से अनुमति मिल गई है जिसका अफिलिएशन नंबर- 33306364 है। साथ ही सभी स्ट्रीम की पढ़ाई करवाये जाने की अनुमति मिली है अर्थात अब टीम जिले में केवल एक ही स्कूल था जहां आर्ट्स पढ़ाया जाता था अब दो हो जाएंगे जिसमे से एक इंडस पब्लिक स्कूल दीपका भी होगा, इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में आर्ट्स, कॉमर्स, साइंस, मैथ्स स्ट्रीम अवेलेबल है। व नई शिक्षा पद्धति के अनुसार अब आर्ट्स के बच्चे आर्ट्स के साथ हिंदी या इंग्लिश का चयन कर सकेंगे साथ ही कंप्यूटर साइंस भी पढ़ सकेंगे। कॉमर्स के बच्चे कॉमर्स के सब्जेक्ट के साथ हिंदी या इंग्लिश साथ ही कंप्यूटर साइंस लेकर पढ़ सकेंगे
आईपीएस के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता से हुई परिचर्चा में उन्होंने बतलाया कि हम आईपीएस बच्चों के सर्वांगीण विकास को अत्याधिक बल देते हैं। किताबी ज्ञान के साथ साथ शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य व शशक्त बनाना भी हमारा कर्तव्य है। जिसके लिये विद्यालय परिसर में ही स्विमिंग पूल की व्यवस्था है। जिससे कि बच्चे तैराकी सिख सकें, स्पोर्ट्स हेतु सुंदर प्ले ग्राउंड, बास्केटबॉल ग्राउंड, फुटबॉल ग्राउंड, बैंडमिंटन ग्राउंड, शूटिंग इस तरह से खेल के माध्यम से शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य व शशक्त बनाये रखने में भी फोकस किया गया है। हम आईपीएस एक्टिविटी पर आधारित ज्ञान के माध्यम से बच्चों को प्रैक्टिकल लाइफ में ज्ञान के एप्लीकेशन पर फोकस करवाते हैं। साथ ही परिस्थितियों पर जीत पाने हेतु सिचुवेसन हैंडलिंग की धारणा भी करवाते हैं। ताकि प्रैक्टिकल लाइफ में जीवन मे किसी भी परिस्थिति आये परिस्थिति का प्रभाव मन की स्थिति पर ना पड़े बल्कि मन की अवस्था इतनी शशक्त हो कि अपने मन की स्थिति से परिस्थिति को बदल सकें। साथ ही बच्चों के आत्मविश्वास को जगाकर उन्हें एक योग्य इंसान बनाने में आईपीएस शुरू से ही प्रयत्नरत रहा है। यहां तक कि लॉकडाउन के दौरान बच्चो को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए हमने ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से बदस्तूर पढ़ाई जारी रखी, उसमे बाधा नहीं आने दी, भविस्य में स्केटिंग तथा हॉर्स राइडिंग को व्यवस्था भी करवाई जावेगी, साथ ही संस्कार की शिक्षा भी आईपीएस द्वारा बच्चों में गुणों के विकास करने के लिये दी जाएगी मौजुदा समय मे बच्चों की संस्कार की शिक्षा की मांग बढ़ती जा रही है। जिस तरह से टेक्नोलॉजी के माध्यम से अनुपयोगी ज्ञान लोगो तक पहुंचकर दिग्भ्रमित कर रहा है ऐसी परिस्थिति में सदमार्ग पर चलाने के लिये किताबी ज्ञान के साथ साथ संस्कार की शिक्षा, वैल्यू एडिशन एजुकेशन अत्यंत की महत्वपूर्ण हो चुकी है। जिसकी भरपाई आईपीएस करता है।
एक स्कूल को बेहतर बनाने वाली कौन सी चीजें होती है। अगर इस सवाल पर गौर फरमायें तो सबसे पहले बच्चों का जिक्र आयेगा कि किसी भी स्कूल को वहाँ के बच्चे विशिष्ट या खास बनाते हैं । बाद की भूमिका उनके शिक्षक और शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रध्यापक की होती है। इसके अलावा बच्चों की पाठ्य पुस्तकें कक्षा का माहौल बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों का पढ़ाने के प्रति जज्बा और बच्चों से लगाव भी महत्वपूर्ण है । स्कुलों के समानांतर घर के माहौल की भी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिसमें अभिभावक एक सक्रिय भूमिका निभाते हैं । स्कूलों में बहुत सारी चीजें अचानक से आती है । इन बातों से बच्चों की पढ़ाई और उसकी निरंतरता पर कोई असर न पड़े इसकी योजना एक अच्छे शिक्षक के पास होनी चाहिए। अर्थात् अचानक से आने वाली परिस्थिति का सामना करने का कौशल शिक्षक के पास हो । बेहद जरूरी है कि बच्चों को साफ-साफ निर्देश दिये जायेें । उनके साथ तालमेंल बढ़ाया जाये तथा सही सवालों के माध्यम से दिये गये निर्देशों की पुष्टि करके यह जानने का प्रयास किया जाये कि बच्चा वाकई उन निर्देशों या बातचीत को समझ पा रहा है, या नहीं, शिक्षकों को ऐसा होना चाहिए जो अपने विचारों को वास्तविकता में तब्दील करने वाली खुशियों को संजोते रहें और सदैव इस बात का अहसास रखें कि आपके काम आने वाली पीढ़ियों के साथ आगे जाने वाले हैं ।
ऐसी ही परिस्थितियों का सामना करते अपने जज्बों के साथ विगत पांच वर्षों से जिले में अपनी पहचान बनाता इंडस पब्लिक स्कूल जो न केवल सफलता के पायदान पर अग्रसर है। अपितु अपने कार्यों एवं परिणामों से जिले में नाम रौशन कर रहा है ।
दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में सीबीएसई दिल्ली द्वारा निर्धारित सभी मापदण्डों को शतप्रतिशत पूर्ण कर अभी हाल ही में 12 वीं तक मान्यता प्राप्त की । वर्तमान में जारी शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा 11 वीं में सभी विषयों में प्रवेश प्रारंभ है। एवं सभी विषयों की नवप्रवेशित विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्रदान की जा रही है । इंडस पब्लिक स्कूल के समर्पित एवं अनुभवी स्टाॅफ के द्वारा विद्यार्थियों को विज्ञान, वाणिज्य एवं कला विषयों की शिक्षा दी जा रही है। क्षेत्र के अभिभावकों के द्वारा भी विद्यालय को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है ।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका को सीबीएसई नई दिल्ली द्वारा विज्ञान विषय के अंतर्गत फीजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, बायोलाॅजी, फिजिकल एजुकेशन एवं कम्प्युटर साइंस तथा काॅमर्स विषय के अंतर्गत बिजनेस स्टडीज, एकांउटेंसी, एकोनोमिक्स तथा ऑर्ट विषय के अंतर्गत इकोनाॅमिक्स, हिस्ट्री, पालीटिकल साइंस, जियोग्राफी सहित हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा अध्यापन हेतु अधिकृत किया गया ।
गौरतलब है कि सीबीएसई नई दिल्ली द्वारा गठित विशेष दल के द्वारा विद्यालय परिसर एवं विद्यालय से संबंधित शैक्षणिक व्यवस्था सहित प्रत्येक गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया गया अंततः सभी मापदण्डों पर खरा उतरते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका ने हायर सेकेण्डरी स्तर तक सीबीएसई की मान्यता प्राप्त की ।
ऊर्जाधानी कोरबा के दीपका में संचालित इंडस पब्लिक स्कूल जिसकी स्थापना वर्ष 2016 में हुई थी । आरंभ से ही इस स्कूल के चर्चे क्षेत्र में हो रहे थे । नित प्रयोगों एवं नवाचार के द्वारा यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा और मात्र 5 साल की छोटी अवधि में इसने विजयी पताखा लहरा दिया और साबित किया कि आज के बच्चों को आज के तरीके से ही परांगत बनाया जा सकता है । विद्यालय में विविध प्रयोगों, शिक्षण की तकनीक, आधुनिक पध्दति का समागम, बच्चों के लिए पढ़ाई के साथ मनोरंजन, खेल आदि के मिश्रण से जो एक नई प्रणाली विकसित की है । आई.पी.एस. दीपका का यह चयन उसके विशेष क्रियात्मक शैली, अनुसंधान, प्रभावी शिक्षण एवं शिक्षा के क्षेत्र में सतत् अभ्यास के कारण हुआ है ।
डाॅ. गुप्ता ने कहा कि आपके काम आने वाली पीढ़ियों के साथ आगे जाने वाले हैं अतः शिक्षकों को बच्चों के साथ बच्चों के लिए ऐसे कार्य करने चाहिए जो आगे चलकर न केवल सुदृढ़ छात्र अपितु सुदृढ़ समाज एवं राष्ट्र की रचना करें ।
हमारे संस्थान ने हमेशा अपने विद्यार्थियों को एक स्वस्थ और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान किया है ताकि वे हर क्षेत्र की गतिविधि में विकास कर सकें चाहे वह शिक्षा, खेल या अन्य कोई अतिरिक्त भूमिका हो। हमने अपने सभी विद्यार्थियों को समान अवसर दिए हैं ताकि वे अपनी वास्तविक क्षमता की पहचान करें और स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद बाहरी दुनिया का सामना करने के लिए तैयार हो जाएं ।
स्कूली शिक्षा के माध्यम से ही, हम व्यक्तित्व, मानसिक कुशलता, नैतिक और शारीरिक शक्ति का विकास करना सीखते हैं। बिना उचित शिक्षा के, एक व्यक्ति अपने जीवन के सभी शैक्षिक लाभों से वंचित रह जाता है। शिक्षा निजी और पेशेवर जीवन में सफलता की इकलौती कुंजी है। शिक्षा हमें विभिन्न प्रकार का ज्ञान और कौशल को प्रदान करती है। यह सीखने की निरंतर, धीमी और सुरक्षित प्रक्रिया है, जो हमें ज्ञान प्राप्त करने में मदद करती है। यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जो हमारे जन्म के साथ ही शुरु हो जाती है और हमारे जीवन के साथ ही खत्म होती है।