• ऑनलाइन वेबिनार में एन. सी. एच. हॉस्पिटल गेवरा के डॉ. आर. आर. अग्रवाल तथा डॉ. एस. के चंदेरिया नें स्पीकर के तौर पर कोविड 19 से जुड़े महत्त्वपूर्ण जानकारियों को लोगों के बीच सांझा किया

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका द्वारा ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन कर कोविद 19 से प्रोटेक्शन हेतु सम्बन्धित एहतियात बरते जाने की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। आईपीएस दीपका के प्राचार्य के हुई परिचर्चा में उन्होंने बतलाया कि आज आईपीएस की ओर से सोशल अवेरनेस के लिए कोविद 19 महामारी से बचने के लिये, अपने आप को महामारी के दौरान संक्रमण से प्रोटेक्ट करने के लिये, इम्पोर्टेंस इनफार्मेशन सांझा किये गए उक्त वेबिनार में आईपीएस के बच्चे उनके परिजन तथा आम नागरिक मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुवात में आईपीएस के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने सभी आगंतुकों जिन्होंने ऑनलाइन वेबिनार में शिरकत की उन सभी उपस्थित आगंतुकों को नवरात्रि की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं प्रेसित की आगे डॉक्टर आर आर अग्रवाल (एन. सी. एच. हॉस्पिटल गेवरा) नें अपने वक्तव्य में बतलाया कि हमें अपने हांथों को इस महामारी के दौरान हाइजेनिक तरीके से धोने की जरूरत है। उसके पश्चात हाँथ धोने के हाइजेनिक तरीके का एक डेमो डॉक्टर आर आर अग्रवाल ने प्रस्तूत किया। जिसमें हांथों की पाम वाश, अंगूठे को राउंड वाश, नाखूनों को किस तरह पाम में रगड़कर धोना चाहिए, हांथों के पाम के पिछले हिस्से को किस तरह से धोना चाहिए एक एक स्टेप बारीकी से बतलाया गया, आगे उन्होंने बतलाया कि कोविद 19 संक्रमण का फैलाव ज्यादा हांथों से होता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति किसी वस्तु, दीवार, बेंच, पैसे या अन्य किसी चीज को छूता है। तो उसके बॉडी से कोविद 19 के वायरस सम्बन्धित वस्तु के ऊपर चिपक जाते हैं। और फिर जब हम उनको छूते हैं। तो वह वायरस हमारे हांथों के माध्यम से हमारे कॉन्टेस्ट में आ जाता है। फिर हमारे शरीर मे प्रवेश कर हमें भी संक्रमित करता है। हमें इस त्रासदी के दौरान लोगों से दो गज की दूरी बनाकर रखनी है। फेस मास्क का उपयोग करना है। अपने नाकों व मुंह को क्राउड इलाके में अच्छे से ढंककर रखना है। क्योकि यह संक्रमण हवे मे उड़ता हुआ। हमारी नाक या मुंह के माध्यम से सांसों के साथ हमारे बॉडी के अंदर प्रवेश कर सकता है। जिससे आरंभिक लक्षण के रूप में गले मे खरास, सर्दी, खांसी फिर सेकंड स्तर, मॉडरेट लेवल पर सांस लेने में तकलीफ फिर सीवियर स्तर पर हमारे लंग्स में सांस फूलने लगता है, दम गुटने लगता है, ऐसे व्यक्ति जिसके शरीर की इम्मयून पॉवर कम होगी व्हबीस संक्रमण के घेरे में आकर उसके प्रभावित होने के चान्सेस अत्यधिक रहेंगे। वहीं जिसका इम्यून सिस्टम हाईएस्ट होगा। वह संक्रमण से लड़कर उसपर विजय प्राप्त कर लेगा। इसलिये हमें अपने रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिये सम्बन्धित चीजों को सेवन करना है। रोजाना सुबह उठकर एक्सरसाइज करना है, जॉगिंग या वॉकिंग करना है, योगा व मैडिटेशन करना है। खानपान सात्विक रखना है। क्योंकि सात्विक अन्न से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। लोगों से हाँथ नहीं मिलाना है। नजाने किस हांथों से संक्रमण हम तक पहुंच जाए। एक स्थान पर अत्याधिक लोग खड़े होकर भीड़ नहीं करना है। वहीं एन सी एच हॉस्पिटल से डॉ एस के चंदेरिया जी ने भी अपने वक्तव्य रखे व लोगों को कोविद 19 से जुड़े सभी पहलुओं को बतलाया। लोगों ने जाना कि किस तरह यह संक्रमण हम तक पहुंचता है। लोगों ने यह जाना कि प्रीकाशन इज बेटर देन क्योर अभी कोविद 19 से बचने के लिए सटीक वैक्सीन की खोज नहीं हुई है। और जब तक वैक्सीन नहीं आ जाता तब तक हमें इसी तरह अपने आप को सुरक्षित रखना है, जिसके लिए बतलाये गए एहतियात बरतने होंगे। लोगों से दो गज दूरी है जरूरी, सेनेटाइजर बाहर जाते वक्त अपने साथ रखें, 70 प्रतिशत कंसंट्रेशन वाले सेनेटाइजर का उपयोग करें अल्कोहल की मात्रा सेनेटाइजर में जितनी अधिक होगी, उतनी ही कोविद 19 संक्रमण से बचने के चान्सेस होंगे प्रायः बाजार में कई ऐसे सेनेटाइजर हैं। जिसमे अल्कोहल की मात्रा उतनी नहीं जिससे कि वह कोविद 19 संक्रमण को रोकने में असफल है। तो हमें अगर संक्रमण से बचना है। तो 70 प्रतिशत कंसंट्रेशन से अधिक वाले सेनेटाइजर का उपयोग करना पड़ेगा। इस दौरान हमे कोविद 19 से जुड़े लक्षण पनपने पर तुरंत ही कोविद टेस्ट करवाना चाहिए, अगर नेगेटिव आये तो कोई बात नहीं लेकिन अगर पॉजिटिव आये तो जरूरी एहतियात बरतने जरूरी हैं। अन्यथा संक्रमण आपको तो प्रभावित करेगा ही करेगा, साथ ही साथ सोसाइटी को प्रभावित करेगा वैसे तो लॉक डाउन 5 में बहोत कुछ ढिलाई दे दी गई है। फिर भी छत्तीसगढ़ में स्कूल अब तक नहीं खोले गए हैं। क्योकि अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ की स्थिति उतनी ठीक नहीं। इसलिय हम छत्तीसगढ़ वासियों को तो और भी एहतियात बरतने की आवस्यकता है। यह कोविद 19 यह नहीं देखता की कौन मेल है कौन फीमेल है कौन अमीर है कौन गरीब कौन बालक है कौन बुजुर्ग कौन युवा है कौन युवती है यह बस फैलता है व संक्रमण इतना भयानक हो सकता है कि यह किसी की जान भी ले सकता है। वैसे तो मार्किट में कई सेनेटाइजर उपलब्ध हैं। अब तो आयुर्वेदिक सेनेटाईज़र भी मार्किट में आचुके हैं। साथ ही साबुन के झाग से भी हांथों को अच्छी तरह धोकर इससे बचा जा सकता है। अब तो हमें जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक जरूरी एहतियात बरतकर अपने आप को सुरक्षित रखना है।

आगे डॉ. संजय गुप्ता प्राचार्य आईपीएस दीपका नें बतलाया कि वैसे तो आज का प्रोग्राम हाइजेनिक हैंड वाश विषय पर रखा गया था पर लोगों की दिलचस्पी, जिज्ञासा को देखते हुवे कोविद 19 से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर परिचर्चा की गई। कार्यक्रम पूरी तरह से इंटरेक्टिव रहा जिसमे बच्चों तथा परिजनों ने अपने मन मे पनपे जिज्ञासाओं को सवाल के रूप में पूछकर डॉक्टरों से उनका जवाब पाकर संतुष्ठ हुवे अत्याधिक लोगों की जिज्ञासा यह जानने में थी कि कोविद 19 की वैक्सीन कब तक आएगी, वहीं कुछ लोगों को यह जानकारी चाहिए थी कि इम्यून सिस्टम को किस तरह से बूस्ट किया जाए। डॉक्टरों ने सभी प्रश्नों का जवाब देकर सबकी जिज्ञासा को संतुष्ठ किया। अंत मे जाते जाते एक बार पुनः सभी बच्चों को व उनके माता पिता व आईपीएस फैमिली को आयोजन में आमंत्रित करने हेतु धन्यवाद प्रेसित किये वहीं डॉक्टर संजय गुप्ता प्राचार्य आईपीएस द्वारा भी आईपीएस की ओर से सभी बच्चों को उनके माता पिता व फैमिली को साथ ही वक्ताओं को धन्यवाद प्रेसित किया गया जो उन्होंने अपना कीमती समय निकालकर कार्यक्रम को सफलता पूर्वक सम्पन्न करने में सहभागिता निभाये वहीं सबको नवरात्रि को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं प्रेसित की गई इस आशा के साथ कि सब सुरक्षित रहेंगे बतलाये गए सारे एहतियात बरतेंगे व आगे भी इस तरह के सोशल अवेरनेस प्रोग्राम आईपीएस द्वारा आयोजित किये जाते रहेंगे जिसमे पुनः मिलने का वायदा कर सबने विदाई ली व कार्यक्रम सम्पन्न हुआ