रायपुर:- छत्तीसगढ़ में सरकारी कामकाज के एवज में अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने का सिलसिला लगातार जारी है। एसीबी (ACB) की टीम शिकायत पर कार्रवाई जरूर कर रही है। एसीबी की टीम ने दो घूसखोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपी रिश्वत की पहली क़िस्त लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए है। पकड़े गये आरोपियों में एक जांजगीर चाम्पा में पदस्थ उप अभियंता के पद पर है। ये कार्रवाई एसीबी चीफ आरिफ शेख के निर्देश पर एसीबी एसपी पंकज चंद्र ने की है।

दरअसल अकलतरा निवासी पीड़ित राजेश कुमार कोसले ने बिलासपुर एसीबी को शिकायत की थी कि, पंचायत के तहत होने वाले कार्याे के मूल्यांकन रिर्पोट बनाने के एवज में अकलतरा के उप अभियंता सुमीत राजपूत ने 40 हजार की रिश्वत की मांग की है। शिकायत को सहीं पाये जाने के बाद एसीबी चीफ आरिफ शेख ने एसीबी एसपी पंकज चंद्रा को जांच के आदेश दिये। आरोपी मुख्य अभियंता ने पीड़ित राजेश कुमार को आज मांगी गयी रिश्वत की पहली किस्त 20 हजार रूपए देने की बात कही थी।

उप अभियंता ने रिश्वत लेने के लिये राजेश कुमार के पास अपने दलाल राजकुमार रात्रे को भेजा। इसके बाद आज एसीबी की टीम ने 20 हजार की रिश्वत लेते राजकुमार रात्रे को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी राजकुमार रात्रे ने कबूल किया हैं कि उप अभियंता सुमित राजपूत के कहने पर ही रिश्वत की पहली किस्त ली थी। एसीबी की टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफतार कर उनके खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।