बिलासपुर:- बिलासपुर से कांग्रेस के विधायक शैलेष पांडे ने शनिवार को तारबहार थाने में हंगामा कर दिया। पांडे अपने एक दर्जन समर्थकों के साथ थाने में घुस गए। दरअसल, पुलिस ने सरेराह कॉन्स्टेबल से बदसलूकी के मामले में कांग्रेस नेता मोतीलाल थारवानी को नागपुर से गिरफ्तार किया है। शनिवार को पुलिस थारवानी को थाने लाई ही थी कि विधायक पांडे थाने पहुंच गए। विधायक ने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने की बात कही। वो पुलिस से मांग करने लगे कि इस मामले में उस पुलिस वाले पर भी FIR की जाए, क्योंकि गाली-गलौज तो उसने भी की थी।
इंस्पेक्टर ने विधायक की बात मानने से इंकार कर दिया तो विधायक के समर्थकों ने उनका घेराव कर बहसबाजी शुरू कर दी। चिल्लाकर विधायक शैलेष पांडे ने थाने में कहा कि मोतीलाल कोई आतंकवादी है क्या? जो उसके साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है। ये गलत है हम ये नहीं होने देंगे। यहां लाकर उसे अपराधी बना दिया गया है। ऐसा नहीं चलेगा। काफी देर तक थाने में पुलिस की टीम विधायक को समझाती रही। करीब 1 घंटे तक चला हाईवोल्टेज ड्रामा शांत हुआ। फिलहाल मोती लाल पुलिस की हिरासत में ही हैं।
इस वजह से शुरू हुआ बवाल
बिलासपुर के लिंक रोड श्रीकांत वर्मा मोड़ के पास कांग्रेस नेता मोतीलाल थारवानी अपनी पत्नी के साथ स्कूटी पर जा रहे थे। रॉन्ग साइड से आने के कारण ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल राम रजक को टक्कर मारते-मारते बचे। इस पर पुलिसकर्मी ने उन्हें राइट साइड में गाड़ी चलाने के लिए कहा। आरोप है कि इतना सुनते ही थारवानी ने गालियां देनी शुरू कर दीं। राम रजक का कॉलर पकड़कर धक्का मारा और कहा कि जानता नहीं मैं कौन हूं? 6 दिन पुराने इसी मामले में मोतीलाल को अब पुलिस ने पकड़ लिया है।
पुलिस माहौल बिगाड़ रही है
विधायक शैलेष पांडे ने इसके बाद मीडिया से बात कर कहा कि हम यहां पुलिस से पूछने आए कि मोतीलाल को पुलिसकर्मी ने भी गाली दी है तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मोतीलाल के भाई ने भी कॉन्स्टेबल के खिलाफ शिकायत दी थी, मगर उसकी FIR दर्ज नहीं की गई। उसे जांच के नाम पर डराया गया। ठीक है उसके मुंह से गाली निकली मैं इसके लिए पुलिस विभाग से माफी मांगता हूं, हमारा शहर बिलासपुर शांति प्रिय है इसका माहौल खराब किया जा रहा है।
इसी थाने के उद्घाटन पर कहा था- पुलिस दुकान चला रही
ठीक 8 महीने पहले भी विधायक शैलेष पांडे इसी तरह पुलिस से उलझ चुके हैं। ये इत्तेफाक ही है कि तब तारबहार थाने का ही उद्घाटन कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में मंच से विधायक ने कहा कि पुलिस से व्यापारी और शहर के लोग दहशत में हैं। पुलिस वसूली में लगी है। विधायक ने यहां तक कह दिया कि रेट लिस्ट लगवा दें, जिससे लोगों को पता चल सके कि कितना पैसा देना है। तब विधायक के तेवर देख गृहमंत्री को बीच में दखल देना पड़ा। वर्चुअल तरीके हो रहे इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे।