भोपाल:- मध्य प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल रहे पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर का रविवार को भोपाल में कोरोना से निधन हो गया. झांसी में उपचार के दौरान उनकी तबियत बिगडऩे पर उन्हें एयर लिफ्ट के जरिए भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उनके निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुख जताया है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी बृजेन्द्र सिंह राठौर के निधन पर शोक व्यक्त किया.

जानकारी के मुताबिक, पृथ्वीपुर विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे. दमोह उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने उन्हें अपना प्रभारी बनाया था. वे चुनाव के दौरान ही कोरोना संक्रमित हुए थे. इसके बाद वह घर में ही आइसोलेट रहे, लेकिन तबीयत बिगडऩे पर उन्हें झांसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फेफड़ों में संक्रमण फैलने के बाद बृजेन्द्र सिंह राठौर को एयर एंबुलेंस से भोपाल चिरायु हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया था. रविवार को वह कोरोना से जंग हार गए.

बृजेन्द्र सिंह राठौर के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुख व्यक्त किया है. कमलनाथ ने लिखा, “पूर्व मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर के दुखद निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक व व्यथित करने वाला है. वे मेरे बेहद प्रिय होकर, सहज, सरल व्यक्तित्व के धनी व पार्टी के प्रति बेहद निष्ठावान व समर्पित थे. उनका निधन कांग्रेस परिवार व मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. उनके परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं.” इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बृजेन्द्र सिंह राठौर के निधन पर शोक प्रकट किया है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि बृजेन्द्र सिंह राठौर बुंदेलखंड के बड़े और जमीनी नेता रहे हैं. उन्होंने पांच बार विधानसभ चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक हैसियत का लोहा मनवाया है. बृजेन्द्र सिंह का निधन कांग्रेस पार्टी के साथ ही बुंदेलखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति है. हम ईश्वर से अनकी आत्मिक शांति का कामना करते हैं.

टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कांग्रेस के अकेले विधायक थे
कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री बने पृथ्वीपुर के विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर बुंदेलखंड के प्रमुख नेताओं में से एक थे. वह पांच बार विधायक चुने गए. कमलनाथ सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया था. सरकार गिरने के बाद वह कांग्रेस पार्टी के लिए लगातार काम कर रहे थे. 61 वर्षीय राठौर टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले के इकलौते कांग्रेसी विधायक थे. उन्होंने पृथ्वीपुर में भाजपा की जमानत जब्त करा दी थी. दोनों जिलों की पांचों विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट पर ही कांग्रेस को जीत मिली थी.