कोरबा:- कोरबा जिले में शराब की दो दुकानों ने आम जनता को परेशानियों में डाल दिया है। सुबह 10:00 बजते ही शराब की दुकानें खुल जाती है और नशेड़ीओ का मेला वहां लग जाता है। जहां महिलाएं और बच्चों को भी आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
कुछ समय पहले लगातार मीडिया के माध्यम से पुराना बस स्टैंड शराब दुकान की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। प्रशासन ने भी इस दुकान को बंद कर दिया लेकिन कुछ ही सालों में यह दुकान फिर से संचालित हो गई। कोरबा पुराना बस स्टैंड एक बहुत ही रिहायशी इलाका है और बगल में ही मंदिर परिसर है जहां महिलाओं का सुबह से आना जाना रहता है लेकिन इस मंदिर में अब भीड़ कम होने लगी है। शाम के वक्त महिलाएं अपने घर से नहीं निकल सकती क्योंकि यहां शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। इस परेशानियों को देखते प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और इस शराब दुकान को किसी अन्य क्षेत्र में स्थापित किया जाना चाहिए।
वैसे ही निहारिका में भी अंग्रेजी शराब दूकान संचालित है जिससे समीप में हॉस्पिटल है और सामने में चर्च है। शराब दूकान होने की वजह से यहाँ भी लोगो को बाहर दिक्कते होती है। सुबह से शराबियो का जमावड़ा लग जाता है।
मारवाड़ी युवा मंच कोरबा के अध्यक्ष नीरज अग्रवाल का कहना है कि रिहायशी इलाको में शराब दुकान होना गलत है। उन्होंने कहा कि कोरबा और निहारिका में स्थित शराब दूकान से आमजनो को परेशानी को रही है।
डॉ पांडेय का कहना है कि निहारिका में अंग्रेजी शराब दूकान खोला जा रहा था तब उन्होंने कलेक्टर को भी लिखित में अपनी समस्या बताई थी लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। उनका कहना है कि यहाँ लोग शराब पीकर माहौल ख़राब करते है जिससे बाकी लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।