महराजगंज:- यूपी में महराजगंज के जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके राय का सोशल मीडिया पर चैम्बर में बैठकर रोते हुए वीडियो इस समय तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार शेयर कर रहे हैं. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत से बेबस सीएमएस के आंख से आंसू छलक पड़े. वह हाथ से मुंह ढक कर सिसक-सिसक कर रो रहे हैं. कह रहे हैं कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं. जिले में इस समय कोरोना की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है. स्थिति यह है कि 24 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल तक जिले में कोरोना के 1202 संक्रमित मिल चुके हैं. आए दिन कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हंगामा हो रहा है.
शुक्रवार की भोर में कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कुशीनगर में तैनात एक दारोगा की मौत हो गई. परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर हंगामा किया. डीएम आवास का भी घेराव किया. इसी बीच शुक्रवार को सोशल मीडिया पर सीएमएस का रोते हुए वीडियो वायरल होने लगा.
महराजगंज जिलाअस्पताल के वरिष्ठ डॉ ,सीएमएस लोगों को, इंजेक्शन न उपलब्ध करा पाने पर असहायता से रो पड़े,इस स्थिति में हैं हमारे चिकित्सक और स्वास्थ्य व्ययवस्था ,मॉडल कंट्रोल रूम में यह पीड़ा दिख रही है कि नहीं ? क्या इस दर्द का भी ऑडिट करेगी सरकार?
pic.twitter.com/b36t2yq6uu— समाजसेवी संजीव कुमार दुबे🙏, (@7SIzV9OwlyHCE4S) April 30, 2021
सीएमएस का रोते हुए वीडियो एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया. लिखा कि पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर आ गई है. उन्होंने यह भी लिखा है कि योगीराज में डॉक्टर टूट गए हैं. ट्विटर पर वीडियो वायरल होते ही लोग अपने फेसबुक, वॉट्सएप पर शेयर करने लगे. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जिले में हर दिन दो सौ ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड है, लेकिन इसके सापेक्ष 80-90 सिलेंडर की आपूर्ति हो रही है. इसके चलते हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को रात में दो बजे के बाद ऑक्सीजन की किल्लत की बातें सामने आ रही हैं. कोविड हॉस्पिटल में 35 कांसन्ट्रेटर भी हैं. इसके चलते ऑक्सीजन की कम समस्या वाले मरीजों का इलाज किया जा रहा है. फिर भी ऑक्सीजन की कमी की बातें सामने आ रही हैं जिसके अभाव में मरीजों के मौत के आरोप लग रहे हैं.
डीएम डॉ. उज्ज्वल कुमार के कैम्प कार्यालय पर गुरुवार की शाम को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बैठक हुई थी. इस बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट साई तेजा सीलम, सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव, अपर सीएमओ डॉ. राकेश, सीएमएस डॉ. एके रॉय के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. डीएम ने बैठक में मरीजों के इलाज व साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर सीएमएस के प्रति सख्त नाराजगी जताई थी. चेताया था कि व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर वह शासन को निलंबन के लिए संस्तुति के साथ पत्र भेजेंगे. डीएम ने कहा था कि आरआरटी व रिस्पांस टीम ने सुधार किया है लेकिन इसे और बेहतर करने की जरूरत है. आरआरटी टीम ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को गरम पानी लेना, गरम पानी से गरारा करना, काढ़ा पीने, समय से उपलब्ध दवाओं के लेने का सुझाव भी देने को कहा था. इस पूरे मामले पर सीएमएस तो सामने नहीं आए. तब सीएमओ ने बताया कि सीएमएस पर विगत कुछ दिनों से वर्कलोड थोड़ा ज्यादा हो गया था जिसकी वजह से वो परेशान थे. उसी में हो गया. रेमडेसिविर की जहां तक बात है तो उसकी कमी पूरे देश में है. ऑक्सीजन के लिए हम लोग चौबीस घंटे वर्क कर रहे हैं. बाकी सीएमएस के वर्कलोड को कम करने के लिए दो और डॉक्टरों को लगाया गया है.