प्रयागराज:- एक बार फिर आरपीएफ (RPF) जवान ट्रेन में सफर कर रहे लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आया है. चलती ट्रेन से उतरने के प्रयास में शुक्रवार शाम को एक यात्री प्रयागराज जंक्शन पर फिसल गया और ट्रेन की चपेट में आ गया. प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़े रेलवे पुलिस फोर्स के जवान ने फुर्ती से उसका हाथ पकड़ लिया और यात्री की जान बच गई. मौत उसे छूकर निकल गई. जवान की इस तत्परता की रेलवे अफसरों ने भी सराहना की है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वीडियो ट्वीट कर आरपीएफ जवान सराहना की है.
बता दें कि दिल्ली से डिब्रूगढ़ को जाने वाली ब्रह्मपुत्र स्पेशल ट्रेन प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर शुक्रवार की सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर आकर खड़ी हुई. 8 बजकर पांच मिनट पर रवाना हुई. पलक झपकते ही ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली. इतने में एक व्यक्ति बोगी नंबर एस-4 से चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास करने लगा. उसका संतुलन बिगड़ा और ट्रेन की चपेट में आ गया.
प्रयागराज स्टेशन पर चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास कर रहे यात्री की जान RPF कर्मचारी की सतर्कता ने बचायी।
चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास जानलेवा साबित हो सकता है। आपका ऐसा व्यवहार आपके परिवार के लिये दुख का बड़ा कारण बन सकता है। नियमों का पालन करें, और सुरक्षित रहें। pic.twitter.com/kkHuRVPs07
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 2, 2021
आरपीएफ जवान की हिम्मत
यात्र का पैर प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच में घिसटने लगा, तभी वहां खड़ा रेलवे सुरक्षाबल के जवान दिनेश कुमार राय ने उसे पकड़कर खींच लिया. मौत को इतना करीब देखकर कानपुर देहात के रहने वाले यात्री पूरण लाल राजपूत की जैसे सांसे थम गई हों. वह काफी देर तक बदहवाश सा पड़ा रहा. उसे प्राथिमक उपचार दिया गया.
कैसे हुई घटना
यात्री को गिरता देख एस 4 बोगी के यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया. बाद में गाड़ी सवा आठ बजे अपने गंतव्य को रवाना हो गई. जब पूरण लाल को ट्रेन में बैठाया जाने लगा तब उसने बताया कि उसे इस ट्रेन से नहीं जाना है. तो पूछा गया कि इसमें फिर क्यों चढ़े तो उसने पूरी वजह बताई. उसने बताया कि वह विकास नगर, गीजक, थाना मंगलपुर जिला कानपुर देहात का रहने वाला है. वह रीवा स्पेशल से अपनी पुत्री नैंसी राजपूत के साथ जंक्शन पर उतरा था. इतने में उसे शौच लग गई. वह बेटी को प्लेटफार्म पर रोक कर खड़ी ब्रम्हपुत्र मेल में चढ़ गया और शौच करने लगा. इतने में गाड़ी चल दी. वो हड़बड़ाकर उतने का प्रयास करने लगा तो अपना संतुलन खो बैठा.