बिलासपुर:- पहले देश की राजधानी दिल्ली फिर पंजाब विधानसभा चुनाव में परचम लहराने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने अब अपना सियासी रुख छतीसगढ़ की ओर भी कर दिया है। आम से खास बनाने की रणनीति का पहला मौका छतीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के ग्राम बटहा निवासी आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर डॉक्टर संदीप पाठक को मिला है। उन्हें पंजाब से राज्यसभा कैंडिडेट बनाया गया है। डॉ. संदीप के नाम की घोषणा के बाद उनके परिजनों व परिचितों सहित लोरमी क्षेत्र में जश्न का माहौल है। छत्तीसगढ़ की राजनीतिक हैसियत का कुनबा देश में बढ़ने लगा है।
आप पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने पंजाब से राज्यसभा उम्मीदवार के लिए जिन नामों का ऐलान किया है, उनमें से एक नाम डॉ. संदीप पाठक का है। पाठक छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं। दिल्ली IIT में प्रोफेसर रह चुके आम आदमी पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार बनाये गए संदीप पाठक की प्राइमरी शिक्षा लोरमी के ही गांव में हुई है। 6वीं की पढ़ाई के बाद पाठक बिलासपुर आ गए। उन्होंने बिलासपुर में ही एमएससी की पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद हैदराबाद का रुख किया। इसके बाद संदीप पाठक ने लगभग 6 साल ब्रिटेन में रहकर पढ़ाई की और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने के बाद पढ़ाई कंप्लीट कर वापस इंडिया लौटे।
पंजाब में सरकार बनाने में बड़ी भूमिका
संदीप पाठक ने दिल्ली आईआईटी में बतौर प्रोफेसर जॉब शुरू कर दिया। संदीप ने काफी समय तक प्रशांत किशोर की टीम में रहकर दिल्ली चुनाव के लिए काम भी किया था। उसके बाद वो अरविंद केजरीवाल के सलाहकार टीम में जुड़ गए। संदीप के बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने पर्दे के पीछे रहकर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने में बड़े रणनीतिकार की भूमिका अदा की है। वह बीते कुछ समय से पंजाब में आम आदमी पार्टी का संगठन खड़ा करने रणनीति तैयार करने में लगे रहे। पंजाब में जीत से उत्साहित आप पार्टी ने डॉ. संदीप को राज्यसभा भेजना का फैसला लिया है। डॉ. संदीप ने आज नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
कैंब्रिज से PHD कर भारत लौटे संदीप
लोरमी क्षेत्र के बटहा में रहने वाले किसान शिवकुमार पाठक के बड़े पुत्र डॉ. संदीप पाठक का जन्म 4 अक्टूबर 1979 को हुआ था। संदीप से छोटे उनके भाई प्रदीप पाठक और बहन प्रतिभा पाठक हैं। ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े डॉ. संदीप पाठक काफी मिलनसार हैं। डॉ. संदीप ने छत्तीसगढ़ में पढ़ाई के बाद हैदराबाद में अपनी डिग्री ली और उसके बाद 6 साल ब्रिटेन में रहकर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर भारत लौटे। बता दें कि AAP ने पंजाब विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटें जीतीं हैं। पंजाब से राज्यसभा की 7 में 5 सीटों पर कार्यकाल 9 अप्रैल में खत्म होने वाला है। सोमवार को राज्यसभा सीटों पर नामांकन की अंतिम तारीख है और 31 मार्च को राज्यसभा के लिए चुनाव प्रस्तावित है।