रायपुर:- कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत पर जारी घमासान के बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने यूटर्न लिया है। पहले केंद्र के सुर में सुर मिलाने वाली कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ ने कहा है कि सरकार ने अब कहा है कि हम कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमितों की मौतों का ऑडिट कराएंगे। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने शुक्रवार को दी। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र ने उनसे इस तरह का कोई डेटा नहीं मांगा है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार का ये बयान ऐसे समय में आया है जब, हाल ही में विपक्षी दलों ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार पर यह कहकर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया था कि किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत की सूचना नहीं दी। कांग्रेस ने गुरुवार को मौतों पर संसद को कथित रूप से गुमराह करने के लिए पवार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया।
देव ने कहा कि जब केंद्र कह रहा है कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई, तो वह शायद छत्तीसगढ़ की बात कर रहे हैं, जो अतिरिक्त ऑक्सीजन वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मौत हुई और इसे भुलाया नहीं जा सकता। देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है और 26 अप्रैल को अधिकतम खपत 180 मीट्रिक टन थी।
देव ने कहा कि वे जवाबदेही के लिए तैयार हैं। “इसलिए, हम राज्य में प्रत्येक कोविड -19 की मौत का ऑडिट करने जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लिए हम जिम्मेदार हैं और इसलिए हम सच सामने लाएंगे। हम नागरिकों से इनपुट के लिए भी तैयार हैं। ”
उन्होंने कहा “मैं केंद्र सरकार से इस तरह की घटनाओं का रिकॉर्ड प्राप्त करने के लिए एक समान ऑडिट करने और भविष्य की किसी भी त्रासदी से बचने के लिए एक मजबूत योजना विकसित करने का भी आग्रह करता हूं।”