रायपुर:- कोरोना ने छत्तीसगढ़ की महिला तहसीलदार करिश्मा वर्मा की भी जान ले ली। 3 माह पहले ही गरियाबंद तहसीलदार के रूप में ज्वाइन किया था। इससे पहले वो जगदलपुर में पदस्थ थी।

करीब 25 दिन पहले उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। करिश्मा वर्मा के साथ उनके IAS पति चंद्रकांत वर्मा भी पॉजिटिव हुए थे। हालांकि कुछ ही दिन में गरियाबंद जिला पंचायत सीईओ चंद्रकांत वर्मा कोरोना से स्वस्थ्य हो गये। लेकिन तहसीलदार करिश्मा वर्मा की तबीयत बिगड़ गयी। 6 मई को उन्हें रायपुर के एम्स में भर्ती कराया गया।

करिश्मा वर्मा 3 माह गर्भवती थी, लिहाजा उन्हें कोरोना वैक्सीन भी नहीं लगी थी। हालांकि बीच में वो स्वस्थ्य भी हो गयी थी। अस्पताल में रहते करीब एक सप्ताह पहले ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव भी आयी थी। लेकिन बाद में वो फिर से पॉजिटिव हो गईं। पिछले पांच दिनों से उनकी स्थिति काफी क्रिटिकल हो गयी थी। IAS चंद्रकांत वर्मा और करिश्मा वर्मा का 2 साल का छोटा बेटा शिवाय है।

करिश्मा वर्मा की तबीयत पर निगरानी के लिए एम्स में डाक्टरों की एक टीम भी तैयार की गयी थी। गर्भवती होने की वजह से उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ती चली गयी, हालांकि उनकी जान बचाने के लिए अबॉर्शन भी किया गया था। लेकिन उसके बाद उनकी तबीयत और बिगड़ती चली गयी। तीन दिन से उनका आक्सीजन लेवल काफी डाउन चल रहा था। साथ ही उनका बीपी भी काफी लो हो गया। हालांकि एयर एंबुलेंस से उन्हें बाहर ले जाने की भी बात कही जा रही थी, लेकिन स्थिति बेहद गंभीर हो जाने की वजह से उन्हें दूसरी जगह नहीं ले जाया जा सका।
आज सुबह करीब साढ़े 6 बजे उन्होंने एम्स में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार अब से कुछ देर बाद रायपुर के निलजा गांव में किया जायेगा।

दो साल के बेटे का मनाया था जन्मदिन
अभी फरवरी में ही चंद्रकांत और करिश्मा ने अपने दो साल के बेटे शिवाय का जन्मदिन मनाया था। उनके घर दूसरा मेहमान आने वाला था, इसे लेकर परिवार भी बेहद खुश था। जब कोरोना हुआ तो पहले दिन से ही उनका विशेष ध्यान रखा जा रखा जा रहा था। एम्स में भी डाक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही थीं, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।