सरगुजा:- सरगुजा के रहने वाले एक बिगड़े नवाब ने अपने ही किडनैपिंग की झूठी कहानी रच डाली। अपने कपड़े उतारे, हाथ पैर रस्सी से बांधकर तस्वीर ली और खुद अपने ही घरवालों को भेज कर कहा कि तुम्हारा बेटा मेरे कब्जे में है, उसे जिंदा देखना है तो 4 लाख रुपए मेरे हवाले कर दो। 11 दिसंबर को जब युवक के परिजनों को ये फोन कॉल आया तो सब हड़बड़ा गए। पुलिस से मदद मांगी और अब इस पूरे कांड में जो खुलासा हुआ वो और भी हैरान करने वाला है।

सरगुजा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि शंकरघाट सोनपुर कला निवासी युवक वंश उर्फ वासु विश्वकर्मा (19) बीते 10 दिसंबर की सुबह 9 बजे घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं पहुंचा। इस बीच घर वालों को उसके किडनैप होने का कॉल आता है, शिकायत पुलिस के पास पहुंची और जांच टीमों को एक्टिव किया गया।

महज 19 साल की उम्र में इस युवक में बेहद शातिर ढंग से अपने किडनैप होने की फिल्मी कहानी तो रची, मगर एक भूल कर बैठा। उसने अपने घर वालों को खुद के फोन से ही कॉल किया। पुलिस को जब इस बात की पक्की जानकारी मिली तो युवक का फोन ट्रेस किया गया।

युवक की लोकेशन बिलासपुर के सिविल लाइन इलाके में पता चली। नंबर के आधार पर पुलिस ने सिविल लाइन इलाके के एक होटल में दबिश दी। इस होटल में बड़े ठाठ से युवक रह रहा था, और अपने घर वालों को धमकी भरे फोन कॉल कर रहा था। युवक घर से 14 हजार रुपए लेकर भागा था इन्ही रुपयों की मदद से होटल में रह रहा था।

यूथ के बीच बेहद पॉपुलर मोबाइल गेम PUB-G का दीवाना इस फिल्म किडनैपिंग की कहानी का हीरो भी था। घर वालों ने पुलिस को बताया था कि इससे पहले पब्जी गेम के दांव लगाने के चक्कर में युवक अपनी बाइक भी बेच चुका है। जब युवक को होटल से पकड़ा गया और इस पूरे कांड के पीछे की असल कहानी के बारे में पूछताछ की गई तो युवक ने बताया कि वह पब्जी गेम पर 4 लाख लगाकर 1 करोड़ रुपए जीतने का सपना देख रहा था।

4 लाख की जरूरत थी इसीलिए खुद की किडनैपिंग की कहानी घरवालों को सुनाई और फिरौती की डिमांड कर डाली। इस युवक को पकड़कर पुलिस ने अंबिकापुर भेजा और घरवालों के हवाले किया। अब फर्जी मामला बताकर पुलिस को उलझाने की वजह से युवक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।