रायपुर:- छत्तीसगढ़ सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के माध्यम से हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। सरकार यह रकम लगभग सात फीसद (6.82) ब्याज दर के साथ सात वर्ष में लौटाएगी। चालू वित्तीय वर्ष में प्रदेश सरकार ने यह पहला कर्ज लिया है। हजार करोड़ के नए कर्ज के साथ राज्य पर कर्जभार बढ़कर 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। छत्तीसगढ़ के साथ ही 11 और राज्यों ने भी रिजर्व बैंक से कर्ज लिया है।

वित्त विभाग के सूत्रों के अनुसार, वित्तीय वर्ष के पहले ही महीने में लॉकडाउन की वजह से राजस्व प्रभावित हुआ है। यही वजह है कि राज्य सरकार को रोजमर्रा के खर्च के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में सरकार ने करीब 12 हजार करोड़ रुपये कर्ज लिया था। यह राशि सरकार ने पहले वित्तीय वर्ष के बाद लिया था, लेकिन इस बार पहली तिमाही में ही कर्ज लेना पड़ गया है।

इधर, राज्य सरकार राजस्व बढ़ाने पर लगातार जोर दे रही है। समीक्षा बैठक के दौरान राज्य के संसाधनों से राजस्व वृद्धि पर जोर देने अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। इन राज्यों ने भी लिया कर्ज छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र 2500 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश, बिहार व तमिलनाडु ने दो-दो हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। वहीं, बंगाल 1500 करोड़ रुपये व पंजाब ने 1200 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। गुजरात व राजस्थान ने हजार-हजार करोड़, असम ने 500 करोड़ रुपये, गोवा व मिजोरम ने 100-100 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।