अंबिकापुर:- कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने से बच्चों को ऑनलाइन क्लास करना पड़ रहा है. घर बैठे स्कूल की पढ़ाई का ये तरीका बच्चों को महामारी के संक्रमण से बचाने में तो कारगर है, लेकिन इस सिस्टम का बड़ा नुकसान भी सामने आ रहा है. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से ऐसी ही एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां संयुक्त परिवार में रहने वाले 6 से 13 साल की उम्र के बच्चों ने घर की ही 8 साल की एक बच्ची के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. खेल-खेल में हुई इस आपराधिक घटना के सामने आते ही घरवाले हैरान-परेशान हैं, वहीं पुलिस भी बच्चों की करतूत के आगे कानून की किताब खंगाल रही है. पुलिस के मुताबिक नादान और नाबालिग आरोपी बच्चों में से कोई पीड़िता का चचेरा भाई है तो कोई करीबी रिश्तेदार या फिर दोस्त.
पीड़ित बच्ची के परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी बच्चे मोबाइल में अश्लील वीडियो देख-देखकर बच्ची के साथ पिछले करीब डेढ़ महीने से दुष्कर्म कर रहे थे. परिजनों को इसकी जानकारी तब लगी, जब लड़की को दर्द होना शुरू हो गया. बच्ची ने पूरे मामले की जानकारी अपनी मां को दी. बताया जा रहा है कि पीड़ित लड़की संयुक्त परिवार में रहती है, जिसमें बच्चे साथ-साथ खेला करते थे. ये सब कुछ कब हुआ पता ही नहीं चला. परिजनों के बार-बार पूछताछ में जानकारी मिली कि ये सब कुछ डेढ़ महीने से चल रहा था. लड़की के परिजनों ने गुरुवार को इस मामले में शिकायत की थी.
पुलिस ने बच्ची का मेडिकल चेकअप कराया
गांधीनगर टीआई अलरीक लकड़ा ने बताया कि मामले में पुलिस ने धारा 294, 323, 34-IPC, 506–376(2)(n)-IPC, 376AB, 376DB, 5m-CHL, 5n-CHL, 6-CHL के तहत अपराध दर्ज किया है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़ित की मां-दादी परिवार के दबाव में परिजन रिपोर्ट वापस लेने गांधीनगर थाने पहुंच गए, जहां से उन्हें पुलिस ने वापस भेज दिया. बालिका का मेडिकल चेकअप वह अन्य कार्रवाई पुलिस कर रही है.
मोबाइल से मिला अश्लील वीडियो
परिजनों ने पुलिस को एक मोबाइल दिया है, जिसे आरोपियों में सबसे बड़ा 13 साल का लड़का रखता था. मोबाइल में ढेरों अश्लील वीडियो व इंटरनेट के जरिए अश्लील वेबसाइट्स पर जाने के लिंक मिले हैं. सबसे बड़े बच्चे के साथ ही दूसरे बच्चे भी इसी मोबाइल पर गंदे वीडियो देखते थे. पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई कि बच्चों को परिजनों ने ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई करने लिए मोबाइल दिया था. मोबाइल देने के बाद परिजनों ने ध्यान नहीं दिया कि बच्चे उसका क्या उपयोग कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक इन साइटों तक बच्चे कैसे पहुंचे, इसकी जांच की जाएगी. अभी आरोपी बच्चों को गिरफ्तार नहीं किया गया है, क्योंकि पुलिस इस बारे में कानून का अध्ययन कर रही है.