रायगढ़:- जिले के सारंगढ़ ब्लॉक के ग्राम हिर्री में एक बीएएमएस डॉक्टर से रिश्वत लेने के मामले में बीएमओ, तहसीलदार और एसआई पर कार्रवाई हुई है। हालांकि यह जानकारी अभी सामने नहीं आई है कि यह रिश्वत किस गड़बड़ी को हथियार बनाकर मांगी जा रही थी। फिलहाल पुलिस इस मामले की तस्दीक में लगी हुई है।

जिला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक प्रकरण को लेकर ग्राम हिर्री में क्लिनिक चलाने वाले डॉ. वारे के यहां जांच के लिए तहसीलदार, बीएमओ और सब इंस्पेक्टर जांच के लिए गए थे। यहां बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। इसे दबाने के लिए जाँच टीम में शामिल तहसीलदार, बीएमओ और सब इंस्पेक्टर ने 5 लाख रुपये की मांग की। मोलभाव में मामला 3 लाख रुपये में तय हुआ और डॉक्टर से सभी ने ये रकम ले ली।

यह मामला किसी तरह कलेक्टर और एसपी तक पहुंच गया| की थी। जांच की गई तो रिश्वत लेने की बात सामने आई। इसके बाद सभी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बीएमओ, तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर को लूप लाइन में डाल दिया गया। यह पूरा प्रकरण क्या है इसे लेकर जिला पुलिस ने कोई भी जानकारी नहीं दी है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि यह मामला कोरोना संक्रमण के इलाज से जुड़ा हुआ है।