नई दिल्ली:- कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में तीसरे हथियार के रूप में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई रूस की स्पूतिनिक-V वैक्सीन जून के दूसरे हफ्ते से लोगों के लिए उपलब्ध रहेगी. ये जानकारी गुरूवार को अपोलो अस्पताल की तरफ से दी गई है. अपोलो अस्पताल के एग्जक्यूटिव वाइस चेयरपर्सन शोभना कामिनी ने बताया- भारत की तरफ से जिस तीसरी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V को इजाजत दी गई है, वह जून के दूसरे हफ्ते से देशभर के अपोलो अस्पताल में मिलेगी.

भारत में स्पूतनिक-V का उत्पादन शुरू
इधर, घरेलू दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने रुस के सरकारी निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ मिलकर भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू कर दिया है. सोमवार को जारी एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई है. पैनेसिया बायोटेक के हिमाचल प्रदेश के बद्दी कारखाने में तैयार की गई कोविड19 के स्पूतनिक-वी टीके की पहली खेप रूस के गामालेया केन्द्र भेजी जायेगी जहां इसकी गुणवत्ता की जांच परख होगी.
रूस का आरडीआईएफ स्पुतनिक-वी टीके को अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपलब्ध कराता है. आरडीआईएफ और पैनेसिया बायोटेक ने भारत में स्पुतनिक-वी टीके की हर साल 10 करोड़ खुराक उत्पादन करने पर सहमत हुये हैं. दोनों की ओर से अप्रैल में इसकी घोषणा की गई थी. संयुक्त बयान के मुताबिक पूर्ण स्तर पर उत्पादन इन गर्मियों में ही शुरू होने की उम्मीद है. हालांकि, इसमें स्पष्ट तौर पर महीने का जिक्र नहीं किया गया है जब बड़े पैमाने पर टीके का उत्पादन शुरू होगा.
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी किरिल्ल डमित्रिव ने कहा, ‘‘पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर भारत में उत्पादन की शुरुआत देश को महामारी से लड़ने में मदद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.’’ उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू होने से भारत में कोरोना वायरस महामारी के संकटपूर्ण दौर से जितना संभव होगा उतनी जल्दी आगे निकलने के सरकार के प्रयासों को समर्थन मिलेगा. बाद में टीके का दूसरे देशों को निर्यात भी किया जा सकेगा ताकि दुनिया के अन्य देशों में भी महामारी के प्रसार को रोका जा सके.

भारत में 12 अप्रैल को दी गई इजाजत
पैनेशिया बायोटेक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने टीके के उत्पादन की शुरुआत पर कहा, ‘‘स्पुतिनक-वी का उत्पादन शुरू होना एक महत्वपूर्ण कदम है. आरडीआईएफ के साथ मिलकर हम उम्मीद करते हैं देश के लोग फिर से सामान्य स्थिति महसूस कर सकें साथ ही दुनिया के देशों में भी स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी.’’ स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया. इसके साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया.

घरेलू दवा विनिर्माता कंपनी डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने 14 मई को कहा था कि सीमित शुरुआत के हिस्से के तौर पर स्पुतनिक वी टीके की शुरुआत कर दी गई है और इसकी पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है. संयुक्त बयान के मुताबिक स्पुतनिक वी टीके की दक्षता 97.6 प्रतिशत है. यह आंकड़ा रूस में 5 दिसंबर 2020 से 31 मार्च 2021 के बीच स्पुतनिक वी के दोनों घटकों के साथ रूस में किये गये टीकाकरण के लाभार्थियों में कोरोना वायरस संक्रमण दर के विश्लेषण पर आधारित है. इसमें कहा गया है कि अब तक स्पुतनिक वी को 66 देशों में पंजीकृत किया गया है. स्पुतनिक वी टीके को सामान्य रेफ्रीजिरेटर में बिना किसी अतिरिक्त बदलाव के साथ रखा जा सकता है.