नई दिल्ली:- दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के संवेदनशील इलाकों में ईद के मौके पर अलर्ट जारी किया है. चूंकि ईद और हिंदू त्योहार अक्षय तृतीया एक ही दिन है. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हैं. दूसरी ओर राजस्थान के जोधपुर और जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार देर रात दो पक्षों में झड़पों की सूचना है. जोधपुर में जालोरी गेट चौराहे के बालमुकंद बिस्सा सर्कल पर सोमवार रात एक हिंदू समूह द्वारा झंडा फहराने के बाद धार्मिक झंडों को लेकर शुरू हुए विवाद का समाधान हो गया था.
पुलिस ने दोनों समुदायों के झंडे हटा दिए और उनकी जगह तिरंगा लगा दिया. लेकिन देर रात हुए पथराव के बाद, जिसमें कम से कम 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए, मंगलवार सुबह शहर में फिर तनाव व्याप्त हो गया. क्योंकि अल्पसंख्यक समूह के सदस्यों ने हिंदुओं द्वारा फहराए गए झंडे को हटाने की कोशिश की थी. न्यूज18 राजस्थान ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने मंगलवार को आंसू गैस छोड़ी और लोगों पर लाठीचार्ज किया. स्थिति अब नियंत्रण में है लेकिन इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है.
पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की गई है और दोनों समुदायों के कई लोगों को भी चोटें आई हैं. कई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. सोमवार रात हुई इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए एहतियात के तौर पर जोधपुर के इस इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. जोधपुर संभागीय आयुक्त हिमांशु गुप्ता द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि जोधपुर में सोमवार देर रात 1 बजे से सभी इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी जाएंगी. वहीं राजस्थान के करौली जिले में अतिरिक्त 600 जवानों को तैनात किया गया है. निगरानी के लिए ड्रोन भी तैनात किए गए हैं.
दिल्ली
दिल्ली के जहांगीरपुरी में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है. यह इलाका हनुमान जयंती के दौरान हुई झड़पों के बाद संवेदनशील बना हुआ है. ड्रोन के जरिए कड़ी निगरानी की जा रही है और संवेदनशील इलाकों में असामाजिक तत्वों पर भी नजर रखी जा रही है, जहां अब तक स्थिति शांतिपूर्ण रही है. डीसीपी नॉर्थवेस्ट उषा रंगरानी अन्य अधिकारियों के साथ मंगलवार को जहांगीरपुरी पहुंचीं और मुस्लिम समुदाय को ईद की मुबारकबाद दी. इलाके के स्थानीय लोगों ने समुदायों के बीच सद्भाव का प्रदर्शन करते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को मिठाई खिलाई. मीडिया से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि इलाके में एहतियातन सुरक्षा बलों की तैनाती है और आने वाले दिनों में इनकी संख्या में धीरे-धीरे कमी देखने को मिलेगी.
मध्य प्रदेश
इस बीच, मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित खरगोन जिले में ईद-उल-फितर और अक्षय तृतीया पर 24 घंटे का कर्फ्यू लागू रहेगा. शहर के लोगों को घर पर ही रहकर त्योहार मनाने के लिए कहा गया है, जहां 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. स्थानीय प्रशासन खरगोन के दंगा प्रभावित इलाके में 14 अप्रैल से कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दे रहा है. 2 और 3 मई को 24 घंटे के कर्फ्यू की शुरुआत में घोषणा करने के बाद, खरगोन के अधिकारियों ने सोमवार को 9 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी थी. विशेष सशस्त्र बल कमांडेंट अंकित जायसवाल ने 1 मई की देर रात संवाददाताओं को बताया कि खरगोन में सुरक्षा कड़ी करने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है.
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को रेड रोड नमाज में एक सभा को संबोधित किया, जो कोविड-19 महामारी के कारण 2 साल बाद आयोजित हुआ. उन्होंने कहा, ‘हम बांटो और राज करो की राजनीति का विरोध करते हैं. हम अलगाव की राजनीति का विरोध करते हैं. हम एकता और एकजुटता की राजनीति का समर्थन करते हैं. मैं झुकूंगी नहीं, जनता के हक के लिए लड़ती रहूंगी. इस देश में बंगाल की एकता जैसी एकता नहीं है. हमारी एकता बहुत से लोगों के लिए ईर्ष्या का कारण है. इसलिए वे हमें निशाना बनाते हैं और हमें बांटने की कोशिश करते हैं.’
जम्मू-कश्मीर
मस्जिद प्रबंधन समिति ने रविवार को दावा किया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ईद के मौके पर सुबह 7 बजे के बाद ईदगाह मैदान या पुराने शहर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में ईद की नमाज नहीं होने देने का फैसला किया है. अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने एक बयान में कहा कि पुलिस और नागरिक अधिकारियों ने शनिवार को उन्हें यह बताने के लिए बुलाया कि श्रीनगर के ईदगाह और जामिया मस्जिद में सुबह 7 बजे के बाद ईद की नमाज नहीं अदा की जाएगी. उससे पहले ही ईद की नमाज पढ़ी जा सकेगी.
अंजुमन के अनुसार, अधिकारियों ने ईदगाह या जामिया मस्जिद में नमाज अदा करने पर कई शर्तें रखी हैं और इस संबंध में प्रबंधन से लिखित वचन मांगा है. अंजुमन ने शनिवार को ऐलान किया था कि ईद की नमाज सुबह 9:30 बजे ईदगाह मैदान में होगी. मौसम खराब होने पर, जामिया मस्जिद में नमाज की योजना बनाई गई थी. अंजुमन ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अधिकारियों को हजरतबल दरगाह में सुबह 10.30 बजे ईद की नमाज अदा करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वे ईदगाह में नमाज अदा करने के लिए शर्तें लगा रहे हैं.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अक्षय तृतीया के मौके पर मंगलवार को होने वाली ‘महा आरती’ नहीं करने को कहा और कहा कि मुस्लिम समुदाय को बिना किसी बाधा के ईद का त्योहार मनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर अजान का मुद्दा उनके द्वारा उठाया जा रहा है और यह एक सामाजिक मामला है न कि धार्मिक. राज ठाकरे ने सोमवार को किए ट्वीट में कहा, ‘कल ईद मनाई जा रही है. मुस्लिम समुदाय को भी बिना किसी रुकावट के त्योहार मनाना चाहिए. इसका जिक्र मैं संभाजीनगर रैली (रविवार को औरंगाबाद में) में कर चुका हूं. मैं अपने ‘महाराष्ट्र सैनिकों’ से अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर ‘महा आरती’ न करने की अपील करता हूं, जो ईद वाले दिन ही पड़ा है.किसी भी धर्म के उत्सव के दौरान बाधा उत्पन्न करना हमारा मकसद कतई नहीं है.’