रायपुर:- चेन्नई व उत्तराखंड से कोडिन सिरप सप्लाई करने वाले ट्रांसपोर्टर समेत चार तस्करों को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से आठ हजार चार सौ नग सिरप व एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्टर ने अपने गोदाम में छुपाकर सिरप के खेप को रखा था और तीन अन्य सहयोगी आरोपित मोटरसाइकिल से एक-एक कार्टून सिरप सप्लाई करते थे। पुलिस इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की। सभी आरोपित को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। जब्त सिरप की कीमत 14 लाख रुपये है।
जिले में प्रतिबंधित नशीली दवाई सप्लाई होने की लगातार शिकायत मिल रही थी। एएसपी पारूल माथुर ने नशे के खिलाफ अभियान चलाने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी अपने स्टाफ को पुराने नशेडिय़ों पर नजर रखने निर्देश दिए थे। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि बिना नंबर के मोटरसाइकिल में दो युवक कार्टून में नशीली दवाई सप्लाई कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस की टीम महाराणा प्रताप चौक पर घेराबंदी कर मोटरसाइकिल सवार संदेही दो युवकों को हिरासत में लिया। तलाशी लेने पर कार्टून में कोडिन सिरप मिली।
पूछताछ में युवकों ने अपना नाम सत्यनारायण अग्रवाल और राजकुमार केवट दोनों निवासी पामगढ़ जांजगीर-चांपा बताया। दोनों मिलकर सिरप को ग्राहकों को उपलब्ध करवाते थे। पुलिस ने दोनों आरोपित युवक को गिरफ्तार कर थाना ले आई। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपित युवकों ने पेंड्रा निवासी महेंद्र साहू को मुख्य डीलर बताया। इसके बाद पुलिस टीम ने महेंद्र को भी हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि तिफरा सिरगिट्टी निवासी रोशन लाल ट्रांसपोर्टर का काम करता है। वह चेन्न्ई व उत्तराखंड सामान लाने व पहुंचाने का काम करता है। सामान के आड़ में कोडिन सिरप तस्करी करने की बात कबूल किया।
ट्रांसपोर्टर ने घर पर बनाया था गोदाम
ट्रांसपोर्टर रोशन लाल सिरप को छुपाने के लिए अपने घर पर गोदाम बनाया था और सिरप को वहीं छुपाकर रखता था। ट्रांसपोर्टर सिरप को अपने सहयोगियों की मदद से सप्लाई करवाता था। एक सिरप को चार से पांच सौ रुपये में बिक्री करता था। पूछताछ में आरोपित युवकों ने बताया कि कोडिन सिरप को रायपुर में भी ट्रांसपोर्ट करवाता था। हालांकि रायपुर में सिरप पहुंचाने वालों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।