चंदौली:- कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट होने की सलाह दे रहा है और चिकित्सकों की टीम को लगातार उसके स्वास्थ्य की जानकारी लेनी है। इसके बीच कई बार स्वस्थ व्यक्ति को भी बीमार बता दिया जा रहा है। कुछ ऐसा ही अजीबो-गरीब मामला चंदौली जिल के बरहनी विकास खंड के भैसा पिपरी गांव निवासी सुनील राय के साथ सामने आया है।
इस गांव में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। कई लोगों की मौत के बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए लोगों के सैंपल लिए। गांव निवासी सुनील राय (48) ने भी 10 मई को अन्य लोगों के साथ कोरोना की जांच कराई। इसके बाद उन्हें कोई रिपोर्ट नहीं दी गई, न ही मोबाइल पर कोई मैसेज आया।
गांव की आशा कार्यकर्ता के पास गांव के 14 पॉजिटिव लोगों के नाम आए। इसमें भी सुनील का नाम नहीं आया। इससे वे निश्चिंत हो गए। इसी बीच 20 मई की दोपहर में सुनील के मोबाइल पर कॉल आया। फोन उठाने पर डीएम कार्यालय से पूछा गया कि आप वेंटिलेटर पर चल रहे हैं। अब आपका स्वास्थ्य ठीक है न। यह सुनकर सुनील के होश उड़ गए।
बताया कि वे घर पर हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। अब तक रिपोर्ट की जानकारी ही नहीं मिली है। इसके बाद फोन कट गया। इसके कुछ देर बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरहनी से फोन आया और पूछा गया कि आप स्वस्थ हैं न। आपके नाम से अस्पताल में बेड बुक है। यदि कोई समस्या हो तो बताइएगा।
इस तरह सुनील के पास शाम पांच बजे तक दस बार से अधिक बार फोन आया और स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। इससे सुनील पूरी तरह परेशान हो गए हैं। दूसरी तरफ सुनील की वजह से गांव के लोग भी भयभीत नजर आ रहे हैं।
मामले में सीएमओ डॉ. वीपी द्विवेदी ने कहा कि मोबाइल नंबर के हेरफेर की वजह से ऐसा हुआ होगा। गांव में जांच के दौरान कुछ लोग अपना नंबर न देकर दूसरे का नंबर दे दे रहे हैं। ऐसे में यह दिक्कत हो रही है।