नई दिल्ली:- नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एनसीबी ने ड्रग तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें अफगान, पाकिस्तान और भारतीय मूल के लोग शामिल हैं. दरअसल, ये एक इंडो-अफगान सिंडिकेट है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने करीब 350 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की है.

डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि एक सीक्रेट ऑपरेशन पर काम करते हुए दिल्ली के शाहीन बाग और जामिया इलाके में रेड डाल कर एक घर से 50 किलो हेरोइन और 47 किलो संदिग्ध नारकोटिक्स बरामद किया है. साथ ही, 30 लाख रुपये कैश और नोट गिनने की मशीन बरामद की है.

हेरोइन को पेड़ की डालियों में कैविटी बनाकर लाए
दरअसल, जांच में पता चला है कि ये हेरोइन पेड़ की डालियों में कैविटी बनाकर छिपकर समंदर और पाक बॉर्डर के रास्ते हिंदुस्तान लाई गई थी. साथ ही, NCB को शक है कि बरामद कैश भी हवाला के जरिये हिंदुस्तान लाया गया है. DDG ऑपरेशंस संजय कुमार और ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि हिंदुस्तान में इस इंटरनेशनल सिंडिकेट के तार दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से जुड़े हैं. बरामद ड्रग्स की खेप को जूट के बैग में अलग-अलग मात्रा में रखा गया था.

ये सिंडिकेट पहले भी ड्रग छिपाकर ला चुका है: DDG
DDG ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि इससे पहले भी ये सिंडिकेट हिंदुस्तान में अलग-अलग सामान में ड्रग्स छिपाकर हिंदुस्तान ला चुका है. दरअसल, इस सिंडिकेट से जुड़े लोग हेरोइन की manufacturing और adulterine में माहिर हैं, जिसका फायदा ये कई बार NCB और अन्य जांच एजेंसियों को चकमा देने के लिए भी करते हैं.

इसके अलावा, NCB अधिकारियों ने बताया कि इस सिंडिकेट से जुड़े एक भारतीय मूल के शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य शहरों में जांच अभी भी चल रही है. बरामद हेरोइन और अन्य ड्रग्स के ट्रैसीस हाल ही में अटारी बॉर्डर के पास बरामद हेरोइन से मेल खाते हैं. जल्द इस इंडो-अफगान सिंडिकेट को लेकर NCB कुछ गिरफ्तारियों के साथ एक बड़ा खुलासा कर सकती है.