नई दिल्ली:- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पोस्टर विवाद में अब तक 25 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. ये पोस्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगाए गए थे. इस पर लिखा था ‘मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया?’
इस पोस्टर को लेकर दिल्ली पुलिस ने करीब 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और इतने ही लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली के कई इलाकों में ये पोस्टर लगाए गए हैं. सोशल मीडिया पर भी ये पोस्टर चर्चा में है.
पीएम मोदी की आलोचना वाले इस पोस्टर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपने ट्विटर पर शेयर किया और कहा कि ‘मुझे भी गिरफ्तार कर लो.’ यहां तक कि राहुल गांधी ने इस पोस्टर को अपने ट्विटर का प्रोफाइल फोटो बना लिया.
पोस्टर दिल्ली के कई इलाकों जैसे शाहदरा, रोहिणी, रिठाला, द्वारका और कई अन्य में पाए गए थे. 12 मई को पुलिस को दिल्ली के विभिन्न इलाकों में ये पोस्टर लगे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी गई. 13 मई तक सभी पोस्टर हटा दिए गए.
पोस्टर AAP वर्कर ने लगवाए?
पोस्टर में प्रिंटिंग प्रेस का एड्रेस भी लिखा हुआ था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए पता लगाया कि 13 मई को कुछ लोग पोस्टर लगा रहे थे. जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर इनसे पूछताछ की तो उन्होंने खुलासा किया कि अरविंद गौतम नाम के शख्स ने पोस्टर छपवाने का ऑर्डर दिया था. वह सुल्तानपुरी माजरा इलाके में रहता है. बताया गया कि अरविंद गौतम आम आदमी पार्टी का वर्कर है.
अरविंद ने प्रिंट के लिए राहुल नाम के एक शख्स को व्हाट्सएप पर पोस्टर भेजा था. इसके लिए उसे 9 हजार रुपये दिए थे. इसके बाद राहुल ने राजेश को ई-मेल के जरिये वो पोस्टर भेजा और छपवाने का ऑर्डर दिया. पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद आप आदमी पार्टी का वर्कर अरविंद गौतम फरार है.
दिल्ली पुलिस की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाए
आप विधायक कुलदीप कुमार ने रविवार को कहा कि अगर आपको पता करना है कि पोस्टर किसने लगाएं हैं… ये पोस्टर हम लोगों ने लगाया है. दिल्ली की जगह-जगह, दिल्ली की सड़कों पर हमने ये पोस्टर लगाया है. अगर मुकदमा करना है तो हमारे खिलाफ करें, उन गरीब लोगों के खिलाफ नहीं जो ये पोस्टर चिपका रहे हैं. आप विधायक ने कहा कि आगे भी हमारी ये मुहिम जारी रहेगी. वहीं वैक्सीन मामले में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि वैक्सीन भेजना विदेशी कंपनियों से करार में शर्त है. उन्होंने कहा कि शर्त के मुताबिक एक हिस्सा विदेश भेजा जाता है.