कोरबा/कटघोरा:- महिलाओं का विकास देश का विकास है तथा महिलाओं की साक्षरता, उनकी जागरूकता व उन्नति न केवल उनकी गृहस्थी के विकास में सहायक साबित होती है, बल्कि देश के विकास में भी अहम भूमिका निभाती है। ऐसे ही ग्राम पौसरा की प्रतिभाशाली महिलाएं अपने परिवार चलाने में मदद हेतु दोना- पत्तल का व्यवसाय कर सशक्त होने के साथ समाज मे अपनी एक अलग मिशाल पेश कर रही है।

जिले के कटघोरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पौसरा की जागृति महिला स्व. सहायता समूह की सदस्यों द्वारा दोना- पत्तल का निर्माण व बिक्री कर अच्छी आमदनी अर्जित करते हुए सुदृढ हो रही है। समूह द्वारा दोना- पत्तल निर्माण सामाग्री की खरीदी राजधानी रायपुर से की जाती है। जहां सभी सदस्य मिलकर एक दिन में 4 से 5 हजार दोना- पत्तल का मशीन के माध्यम से निर्माण कर लेती है जिसे खरीदने कोरबा सहित बिलासपुर के भी खरीददार पहुँचते है, तथा इस कार्य से जहां समूह की प्रत्येक सदस्य को महीने में 3 से 5 हजार तक आमदनी प्राप्त हो रही है वही अपनी कौशल से वे परिवार चलाने में मददगार सिद्ध होने के साथ ही अन्य समाजिक कार्यों मे भी सक्रिय होकर अपनी अहम भागीदारी निभाते हुए सशक्त एवं स्वावलंबी नारी शक्ति के रूप में उदाहरण पेश कर रही है।

देखा जाए तो हर युग मे प्रतिभाशाली महिलाएं ही रही है। तथा हर युग मे उन्होंने अपनी प्रतिभा से समाज मे उदाहरण पेश किया है जैसे- सीता, सावित्री, द्रोपदी, गार्गी आदि पैराणिक देवियों से लेकर रानी दुर्गावती, रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्या बाई होल्कर, रानी चेनम्मा, रानी पदमिनी, हाडी रानी आदि महान रानियों तथा आधुनिक भारत की महिलाओं में इंदिरा गांधी और किरण बेदी, सानिया मिर्जा आदि ने धरती पर ही नही अपितु अंतरिक्ष मे भी अपना परचम लहराया है जिसमे सुनीता विलियम्स व कल्पना चावला प्रमुख है। इसीलिए सरकार द्वारा भी आज के युग मे महिलाओं की शिक्षा और उनके स्वावलंबन, विकास पर बल दिया जा रहा है। जहां समय के साथ- साथ नारी शक्ति भी सशक्त होती जा रही है और उसी का परिणाम है कि आज जागृति स्व. सहायता पौसरा समूह की महिलाएं गृहणी होने के साथ ग्राम में खुद का व्यवसाय स्थापित कर सशक्त व आत्मनिर्भर हो रही है।