रायगढ़:- सुबह कोतवाली थाने में डीएम बंगला परिसर के पीछे हिस्से में सुनसान खंडहर नुमा टॉयलेट पर एक अज्ञात व्यक्ति के आत्महत्या किए जाने की सूचना पर तत्काल थाना कोतवाली से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने शव निरीक्षण, पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शव निरीक्षण पर मृतक के शरीर में चोट के निशान नजर आ रहे थे जो मारपीट से आना प्रतीत हो रहा था, इस संबंध में नगर निरीक्षक मनीष नागर द्वारा जांच से पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को अवगत कराएं।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना द्वारा मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले को अपने सुपरविजन पर शीघ्र आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपे । एएसपी के मार्गदर्शन पर नगर पुलिस अधीक्षक दीपक मिश्रा एवं नगर निरीक्षक मनीष नागर के हमराह टीम का गठन कर टीम बनाया गया। पुलिस टीम द्वारा शहर के लगभग 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया, टीम की अथक मेहनत से मृतक के करियापारा सुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा के आशीष कुमार एक्का पिता लालसाय एक्काक उम्र 28 वर्ष के होने का पता चला।

कई स्थान के सीसीटीवी फुटेज में मृतक आशीष एक्का दिखा, जिसकी हरकतें असमान्य दिखी। पुलिस टीम ने सी सी टीवी फ़ुटेज से आशीष से आमना सामना हुए स्थानीय गवाहों को ढुंढ निकला जिन्होंने आशीष की चोट एवम उसके काफी डरा हुआ होना बताया “मुझे कोई मारने आ रहे हैं कहकर बडबडते बताये”। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आशीष के साथियों की तलाश की गई जिनके उनके मूल निवास सीतापुर चले जाने का पता चला। टीआई मनीष नागर द्वारा मृतक के वारिसानों को मृतक के दोस्तों को साथ लेकर आने बताया कहा गया। सभी कल ही दिनांक 09.06.2022 को थाना कोतवाली पहुंचे।

सीएसपी दीपक मिश्रा एवं टीआई मनीष नागर मृतक के दोस्त सीनू कुमार बड़ा, मनीष बड़ा, भीमबली बड़ा, हितेश एक्का उर्फ नितेश से अलग-अलग पूछताछ किए जिनके कथनों में विरोधाभास आया जिनसे हिकमतअमली से पूछताछ पर घटना दिनांक की रात्रि चारों आशीष से मारपीट करना कबूल कर बताये कि आशीष मारपीट के डर से कहीं भाग गया था, वे लोग वापस गांव चले गये थे, सुबह उसके फांसी लगाकर फौत की सूचना पाये। आरोपियों ने अपने मेमोरेंडम कथन पर बताएं कि सभी एक ही गांव के हैं एक साथ बेंगलुरु काम करने गए थे।

जहां चारों बेंगलुरु में रहकर काम करते थे। ट्रेन की जनरल टिकट कटाकर स्लीपर कोच में सफर कर रहे थे। इस दौरान ट्रेन टीटी द्वारा ₹3600 की पेनाल्टी किया जिसे आशीष चुकाया। रायगढ़ रेलवे स्टेशन उतरने के बाद आशीष कहीं से शराब पीकर आ गया। सभी गांव जाने के लिए बस स्टैंड में पहुंचे, आशीष से बस का किराया मांगे तब आशीष “तुम लोगों का ट्रेन का पेनाल्टी दिया हूं अब बस का कितना किराया तुम लोग पटाओ” कहकर गाली गलौज किया जिस पर चारों आशीष से हाथ मुक्का से मारपीट किए सीनू अपने पास रखें पेंचकस से तथा मनीष बड़ा लोहे के पट्टी से आशीष को मारा आशीष बचने के लिए वहां से भागा चारों उसका कुछ दूर तक पीछा किए आशीष उनसे बचकर निकल गया जिसके बाद चारों बस से अपने गांव चले गए।

आशीष तंग पतली गलियों से होते डीएम बंगला परिसर में घुसा और आरोपियों के मारपीट, प्रताड़ना से डरकर डीएम बंगले परिसर के पिछले हिस्से में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया । मृतक के कपड़ो से प्लेटफार्म टिकट, पेनाल्टी पर्ची तथा आरोपियों से पेंचकस और लोहे की पट्टी जप्त किया गया है। मर्ग जांच पर युवक को मारपीट कर आत्महत्या के लिए प्रेरित करना पाए जाने पर मारपीट व आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने की धाराओं पर अपराध पंजीबद्ध कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। एसपी अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन एवं एएसपी लखन पटले के मार्गदर्शन पर मामले का शीघ्र खुलासा करने में सीएसपी रायगढ़ दीपक मिश्रा, नगर निरीक्षक थाना कोतवाली मनीष नागर, उपनिरीक्षक नंदलाल पैकरा, सहायक उपनिरीक्षक अवधेश सिंह, प्रधान आरक्षक नंदू सारथी, विक्रम चौरसिया एवं आरक्षक उत्तम सारथी की अहम भूमिका रही है।

गिरफ्तार आरोपी

(1) सीनू कुमार बड़ा पिता नानसाय बड़ा उम्र 21 वर्ष निवासी करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा।

(2) मनीष बड़ा पिता धरमदेव बड़ा उम्र 20 वर्ष निवासी करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा।

(3) भीमबली बड़ा उर्फ जमई पिता मनोज बड़ा उम्र 22 वर्ष निवासी करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा।

(4) नितेश उर्फ हितेश पिता खुशीराम बड़ा उम्र 20 वर्ष निवासी करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा।