कोरबा:- 02 दिन पूर्व न्यू कोरबा हॉस्पिटल (New Korba Hospital) में सुराकछार निवासी मंतोष राम की मृत्यु होने के बाद परिजनों द्वारा हॉस्पिटल परिसर में जमकर हंगामा किया गया जिसमे एक नया मोड़ आया है। जहाँ मृतक के परिजन ने सार्थक न्यूज़ को यह बताया कि आक्रोश में आकर के हमने यह बयान उस समय आप लोगो को दिया था कि हमारे रिश्तेदार की मृत्यु होने के बाद भी उनका इलाज किया जा रहा था।

कुछ देर बाद, जब हमारी डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन से बात करवाई गयी तब हमें पूरी परिस्थिति से अवगत करवाया गया एवं अस्पताल प्रशासन द्वारा यह भी कहा गया कि अगर आपके मन में कोई शंका है तो आप अपने रिश्तेदार का पीएम करवा सकते है। जहाँ परिजनों ने पीएम से इंकार कर, अस्पताल प्रशासन की बात पर संतुष्ट होकर शव को घर ले जाने का निर्णय लिया।

अस्पताल प्रशासन द्वारा अपनी सुरक्षा हेतु उनसे एक आवेदन रामपुर पुलिस चौकी में जमा करवाया गया जिसमे परिजनों ने चिकित्सीय उपचार से संतुष्टि की बात कही एवं बिना पीएम किये शव को प्रदान करने का आग्रह किया।

अस्पताल प्रबंधन का बयान
अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस मामले पर आधिकारिक बयान देते हुए कहा गया कि “मरीज को जब लाया गया तब उनकी हालत अत्यंत गम्भीर थी जिसके बारे में परिजनों को बहुत अच्छी तरह समझा दिया गया था और जान के ख़तरे से भी वो भली भाँति अवगत थे। जिसके सम्बंधित हर दस्तावेज हमारे पास उपलब्ध हैं। हमें यह लगता है मरीज के परिजनों के द्वारा जो भी प्रतिक्रिया हुई वो किसी के बहकावे में की गयी थी अतः जब हमने उनकी शंका दूर करने लिए PM कराने की बात कही उनके परिजनों द्वारा हमें लिखित में PM ना करते हुए अस्पताल के इलाज से संतुष्ट होने की जानकारी दी जिसकी प्रति आपको प्रेषित है। अतः किसी भी प्रकार की कोई शिकायत अस्पताल प्रबंधन से परिजनों को नहीं थी”