नई दिल्ली:- हाल ही में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर का अधिग्रहण पूरा करने वाले एलन मस्क अब कंपनी के सीईओ का पदभार संभालेंगे. टेस्ला प्रमुख ने सोमवार को बाजारों को दी जानकारी में यह बात कही. इससे पहले रविवार को उन्होंने ट्विटर पर एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि वह फिलहाल ट्विटर के ‘चीफ ट्विट’ हैं जैसा उनके ट्विटर बायो में लिखा है और उन्हें नहीं पता कि सीईओ कौन है. ट्विटर के अधिग्रहण के तुरंत बाद मस्क ने तत्कालिन सीईओ पराग अग्रवाल को बर्खास्त करने का फैसला किया था और तब से यह पद खाली है.

साथ ही मस्क ने ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भी भंग कर दिया है और अब वह कंपनी के इकलौते निदेशक हैं. मस्क ने ट्विटर के माध्यम से इस पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा है कि यह अस्थायी तौर पर किया गया है. बता दें कि कंपनी के डायरेक्टर्स में पराग अग्रवाल भी शामिल थे.

4 और कंपनियों के प्रमुख हैं मस्क
एलन मस्क केवल टेस्ला के ही सीईओ नहीं हैं. वह रॉकेट कंपनी स्पेसएक्स, ब्रेन-चिप स्टार्टअप न्यूरालिंक और टनल खोदने वाली द बोरिंग कंपनी के भी प्रमुख हैं. इस फैसले के बाद वह 5 कंपनियों का कार्यभार प्रमुख के तौर पर संभालेंगे. मस्क द्वारा ट्विटर को खरीदने का प्रस्ताव दिए जाने के बाद अब तक कंपनी के शेयर करीब एक तिहाई नीचे जा चुके हैं. मस्क ने इसी साल अप्रैल में ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदने की पेशकश की थी. ट्विटर ने मस्क के सीईओ बनने को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

तनातनी के बाद पूरा हुई सौदा
एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऑफर देने और लगभग हर तरह की मंजूरी प्राप्त कर लेने के बाद इस डील से पैर खींच लिए थे. मस्क ने जुलाई में कहा था कि वह इस डील को स्थगित कर रहे हैं. इसके बाद ट्विटर की ओर से मस्क को जोरदार प्रतिक्रिया देखने को मिली और ये मामला कोर्ट पहुंच गया. दरअसल, मस्क का कहना था कि ट्विटर उन्हें फर्जी ट्वीट्स (बॉट्स/रोबॉट्स) के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है इसलिए वह डील के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे. वहीं, ट्विटर का कहना था कि उन्होंने मस्क को इसके बारे में उपलब्ध सही जानकारी मुहैया कराई है. मामला डेलावेयर की एक अदालत में पहुंचा और 17 अक्टूबर को इस पर पहली बहस होनी थी. हालांकि, उससे पहले ही मस्क ने इस डील को पुरानी रकम (44 अरब डॉलर) पर पूरा करने के संकेत दिए. कोर्ट ने सुनवाई की तारीख आगे बढ़ाकर 28 अक्टूबर कर दी लेकिन उससे पहले ही 27 अक्टूबर को मस्क ने कंपनी का अधिग्रहण पूरा कर लिया.