कोरबा/पाली:- ग्राम के निवासियों को मूलभूत सुविधा मिल सके और आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके इसके लिए शासन द्वारा पंचायत मद (मूलभूत) की राशि जारी की जाती है। लेकिन पाली जनपद के ग्राम पंचायतों को मूलभूत के रूप में आबंटित होने वाली राशि नही मिलने से पंचायतों के ग्रामीणों को पेयजल, सुगम मार्ग, साफ़-सफाई सहित अन्य मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

पाली जनपद पंचायत अंतर्गत वर्तमान में 93 ग्राम पंचायत आस्तित्व में है। जहाँ पंचायतों को मूलभूत की राशि का आबंटन नही होने के कारण पंचायतें अंतर्गत ग्रामों के निवासियों को सड़क, साफ पेयजल, साफ-सफाई सहित विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। शासन द्वारा पंचायतों को जारी मूलभूत की राशि का उपयोग ग्रामीणों के लिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, आवागमन वाले बिगड़े एवं उबड़ खाबड़ मार्गों का सुधार एवं संधारण, साफ-सफाई कार्यो के साथ शासकीय भवनों के मरम्मत तथा रखरखाव कार्य पर उपयोग में लाया जाता है। लेकिन पंचायतों को वर्तमान उक्त मद की राशि आबंटित नही होने के कारण ग्रामीणजनों को तमाम तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में सरपंच- सचिव भी करें तो आखिर करें क्या जब पंचायत मद में राशि ही उन्हें ना मिली हो। अधिकतर सरपंच- सचिव द्वारा तो ग्रामीणों के हित में मूलभूत आवश्यकताओं वाले ऐसे कार्य यह सोचकर उधार में करा दिए गए है कि मूलभूत मद की राशि मिलने पर उधार चुकता कर दिया जाएगा। लेकिन इस भरोसे में सरपंच- सचिव कर्जदार हो चले है और तकादेदारों से मुंह छुपाने की नौबत तक आ गई है। इस संबंध पर कई सरपंच- सचिव ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर आपबीती बताते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में मूलभूत जरूरत से संबंधित अनेकों कार्य यह सोचकर उधार पर कराए गए है कि जब प्रशासन से राशि मिलेगी तब उधार सामाग्री का भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन मूलभूत की राशि नही आने से उन्हें तकादेदारों का भुगतान व ग्राम में व्याप्त समस्याओं को लेकर ग्रामीणों की रोज- रोज खरी- खोटी सुनने को मिल रही है जिससे वे बेहद हलाकान व परेशान है। वहीं सूत्रों से जानकारी मिली है कि शासन द्वारा जिला पंचायत को मूलभूत की राशि आबंटित किया जा चुका है। जिसे समस्त पंचायतों के लिए पाली जनपद को राशि भेजा गया था। किंतु विभागीय त्रुटि की वजह से उक्त राशि पंचायत खातों में जमा हो नही पाया है। शायद यही वजह है कि अबतक ग्राम पंचायतों को मूलभूत राशि नही मिल पायी है जिससे ग्रामों में अनेकों मूलभूत समस्याएँ पसर गई है और गांव के ग्रामीणजन आवश्यकता वाले लाभ से वंचित है।