नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 87वें एपिसोड में जनता को संबोधित कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि देश, विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं. जब संकल्पों के लिये दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं.और आप देखिये, किसी व्यक्ति के जीवन में भी तो ऐसा ही होता है.

उन्होंने कहा, आपने सुना होगा कि भारत ने पिछले सप्ताह 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपये की एक्सपोर्ट का टारर्गेट हासिल किया है. पहली बार सुनने में लगता है कि ये अर्थव्यवस्था से जुड़ी बात है, लेकिन ये, अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा, भारत के सामर्थ्य, भारत के potential से जुड़ी बात है. एक समय में भारत से export का आंकड़ा कभी 100 बिलियन, कभी डेढ़-सौ बिलियन, कभी 200 सौ बिलियन तक हुआ करता था, अब आज, भारत 400 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है.

दुनिया में बढ़ी भारतीय चीजों की डिमांड, Make in India की ताकत
प्रधानमंत्री मोदी ने​ निर्यात के क्षेत्र में भारत की उपलब्धि के बारे में चर्चा करते हुए कहा, हिमाचल, उत्तराखंड में पैदा हुए मोटे अनाज की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की गयी. आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिले के बंगनपल्ली और सुवर्णरेखा आम, दक्षिण कोरिया को निर्यात किये गए. यह लिस्ट बहुत लम्बी है और जितनी लम्बी लिस्ट है, उतनी ही बड़ी Make in India की ताकत है, उतना ही विराट भारत का सामर्थ्य है, और सामर्थ्य का आधार है. हमारे किसान, हमारे इंजीनियर, हमारे लघु उद्यमी, हमारा MSME Sector, ढ़ेर सारे अलग-अलग प्रोफेशन के लोग, ये सब इसकी सच्ची ताकत हैं.

GeM portal के जरिए 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीददारी
पीएम ने बताया कि पिछले एक साल में GeM portal के जरिए, सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की चीजें खरीदी हैं. देश के कोने-कोने से करीब-करीब सवा-लाख लघु उद्यमियों, छोटे दुकानदारों ने अपना सामान सरकार को सीधे बेचा है. अब छोटे से छोटा दुकानदार भी GeM Portal पर सरकार को अपना सामान बेच सकता है, यही तो नया भारत है, जो न केवल बड़े सपने देखता है, बल्कि उस लक्ष्य तक पहुंचने का साहस भी दिखाता है. इसी साहस के दम पर हम सभी भारतीय मिलकर आत्मनिर्भर भारत का सपना भी जरुर पूरा करेंगे.

”126 साल के शिवानंद बाबा की फुर्ती देखकर मैं हैरान था”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में योग साधक बाबा शिवानंद का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ”हाल ही में हुए पद्म सम्मान समारोह में आपने बाबा शिवानंद जी को जरूर देखा होगा. 126 साल के बुजुर्ग की फुर्ती देखकर मेरी तरह हर कोई हैरान हो गया होगा और मैंने देखा, पलक झपकते ही, वो नंदी मुद्रा में प्रणाम करने लगे. मैंने भी बाबा शिवानंद जी को झुककर बार-बार प्रणाम किया. 126 वर्ष की आयु और बाबा शिवानंद की Fitness, दोनों, आज देश में चर्चा का विषय है.

आयुष दवा इंडस्ट्री 1.40 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच गई
उन्होंने आगे कहा, ”मैंने सोशल मीडिया पर कई लोगों का कमेंट देखा, कि बाबा शिवानंद अपनी उम्र से चार गुना कम आयु से भी ज्यादा फिट हैं. जीवेम शरदः शतम्. हमारी संस्कृति में सबको सौ वर्ष के स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी जाती हैं. हम सात अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाएंगे. आज पूरे विश्व में हेल्थ को लेकर भारतीय चिंतन चाहे वो योग हो या आयुर्वेद इसके प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है. Ayush Industry का बाजार भी लगातार बड़ा हो रहा है. छह साल पहले आयुर्वेद से जुड़ी दवाइयों का बाजार 22 हजार करोड़ रुपये के आसपास का था. आज Ayush Manufacturing Industry एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये के आसपास पहुंच रही है.

आजादी के 75वें वर्ष में  75 अमृत सरोवर बनाए जा सकते हैं
पानी बचाने के विषय पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”मैं तो उस राज्य से आता हूं, जहां पानी की हमेशा बहुत कमी रही है. गुजरात में इन Stepwells को वाव कहते हैं. गुजरात जैसे राज्य में वाव की बड़ी भूमिका रही है. इन कुओं या बावड़ियों के संरक्षण के लिए ‘जल मंदिर योजना’ ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई. Check Dam बनाने हों, Rain Water Harvesting हो, इसमें Individual प्रयास भी अहम हैं और Collective Efforts भी जरूरी हैं. जैसे आजादी के अमृत महोत्सव में हमारे देश के हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर बनाए जा सकते हैं.