कैलिफोर्निया:- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम करीब 6 घंटों तक ठप रहने के बाद अब आंशिक रूप से दोबारा रिस्टोर हो गए हैं. अब सवाल उठता है कि करोड़ों यूजर्स को प्रभावित करने वाली इस परेशानी का कारण क्या था. बताया जा रहा है कि तीन प्लेटफॉर्म कंपनी के डोमेन नेम सिस्टम में आई गड़बड़ी के चलते रुक गए थे. हालांकि, इस दिक्कत के चलते फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को भी काफी नुकसान हुआ है.
क्लाउडफेयर के सीटीओ जॉन ग्राहम-कमिंग बताते हैं, ‘बीजीपी अपडेट्स के क्रम में फेसबुक और उससे संबंधित प्रॉपर्टीज इंटरनेट से गायब हो गई थी.’ तकनीक और इंटरनेट से जुड़े इन शब्दों को आसानी से ऐसे समझ सकते हैं-
क्या है DNS और आखिर इसमें क्या परेशानी हुई?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, डीएनएस इंटरनेट की फोनबुक की तरह होता है. यह एक ऐसा टूल है, जो Facebook.com जैसे वेब डोमेन को एक वास्तविक इंटरनेट प्रोटोकॉल या IP एड्रेस में बदल देता है. सोमवार को फेसबुक के डीएनएस रिकॉर्ड्स के चलते तकनीकी परेशानी हुई. जब डीएनएस की गलती होती है, तो Facebook.com का यूजर की प्रोफाइल पेज बनना असंभव हो जाता है.
हालांकि, ऐसा नहीं था कि फेसबुक के बड़े प्लेटफॉर्म्स ही ठप्प हुए. इस दौरान कंपनी के अपने ई-मेल सिस्टम जैसी इंटरनल एप्लीकेशन्स भी खासी प्रभावित हुई. ट्विटर और रेडिट ने भी इस बात के संकेत दिए कि कंपनी के कैलिफोर्निया स्थित मेनलो पार्क के कर्मचारी सिक्युरिटी बैज की मदद खुलने वाले दफ्तर और कॉन्फ्रेंस रूम का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे.
क्या है बीजीपी?
ब्लूमबर्ग की ही रिपोर्ट से पता चलता है कि फेसबुक में हुई परेशानी की जड़ ब्रॉडर गेटवे प्रोटोकॉल या BGP ही थी. अगर डीएनएस इंटरनेट की फोन बुक है, तो बीजीपी इसकी पोस्टल सेवा है. जब कोई यूजर इंटरनेट पर डेटा में प्रवेश करता है, तो बीजीपी उन रास्तों को तय करता है, जहां डेटा ट्रेवल कर सकता है. जॉन ग्राहम के ट्वीट के अनुसार, पब्लिक रिकॉर्ड्स दिखाते हैं कि फेसबुक प्लेटफॉर्म्स की लोडिंग रुकने के कुछ मिनट पहले ही फेसबुक के बीजीपी रूट में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए थे.
अब बीजीपी की गड़बड़ी बता सकती है कि क्यों फेसबुक का डीएनएस फेल हुआ. इधर, कंपनी ने अब तक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है कि आखिर 4 अक्टूबर को क्यों BGP रूट्स वापस लिए गए थे.