वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में विशिष्ट जल की खपत में अब तक की सर्वाधिक कमी दर्ज करने में सफलता पाई है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में यह स्तर 0.63 घनमीटर प्रति एमटी रहा जबकि वर्ष 2019-21 में यह आंकड़ा 0.71 घन मीटर प्रति एमटी था। बीते वित्तीय वर्ष में बालको ने लगभग 40 हजार लीटर से अधिक जल संरक्षित करने में कामयाबी पाई थी। बालको की यह उपलब्धि इसकी प्रचालन दक्षता का द्योतक है।

बालको की धातु उत्पादन प्रक्रियाएं आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक सरोकारों के विभिन्न मानदंडों पर आधारित हैं। बालको ने रोल्ड उत्पादों की कूलिंग प्रणाली के लिए अंडरग्राउंड पाइपलाइन नेटवर्क में बदलाव किए हैं। हाइड्रॉलिक प्रणालियों के वाटर कूलिंग प्रणालियों के स्थान पर एयर कूल्ड प्रणालियां स्थापित की गई हैं। अंडरग्राउंड फायर लाइन के स्थान पर ओव्हरहेड फायर लाइन स्थापित हैं। कंप्रेशर हाउस के हीट लोड में कमी की गई है ताकि जल संसाधन का संरक्षण किया सके। बालको अपने स्मेल्टर प्रचालन में जल का 100 फीसदी रिसाइकल सुनिश्चित करता है। बालको की अत्याधुनिक प्रणालियां ‘शून्य उत्सर्जन’ की नीति के अनुरूप है।

इस उपलब्धि पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि ‘‘शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट और शून्य उत्सर्जन’ नीति अपनाते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्यक्रमों के जरिए बालको उत्तरोत्तर प्रगति में योगदान के लिए कटिबद्ध है। संसाधनों के अधिकतम उपयोग के लिए नवाचार को प्रोत्साहन, औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण एवं सस्टेनिबिलिटी के मानदंडों का पालन करते हुए व्यवयाय की रणनीति बनाने, उत्कृष्ट गवर्नेंस आदि अनेक क्षेत्रों में बालको का योगदान उत्कृष्ट है। विशिष्ट जल की खपत में कमी और जल संरक्षण को बढ़ावा देते हुए बालको का विजन स्वयं को ‘वाटर पॉजिटिव्ह’ कंपनी के तौर पर स्थापित करना है। हरित, स्वच्छ एवं उज्ज्वल भविष्य निर्माण में योगदान के प्रति बालको सजग है।’’

प्रचालन की निरंतरता के लिए बालको नवाचार को निरंतर प्रोत्साहित कर रहा है। प्रचालन की दक्षता, ऊर्जा के समुचित उपयोग, सुरक्षा, उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता आदि की दृष्टि से स्मार्ट तकनीकों का प्रयोग महत्वपूर्ण है। बालको को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार किया जा रहा है ताकि कंपनी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सतत योगदान सुनिश्चित कर सके।

बालको विद्युत संयंत्र के ओएंडएम पार्टनर एनटीपीसी जीई पावर सर्विसेस लिमिटेड के प्रचालन एवं अनुरक्षण महाप्रबंधक श्री एस.के. मिश्रा ने कहा कि ‘‘ बालको ने अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किए हैं। उत्पादन प्रक्रियाओं की निरंतरता और संसाधनों के अधिकतम उपयोग की दृष्टि से बालको की कार्य शैली मिसाल है। बेहतर भविष्य निर्माण के लिए बालको के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए एनटीपीसी-जीई पावर सर्विसेस गौरवान्वित है।’’

हाल ही में बालको ने परफॉरमेंस, अचीव एंड ट्रेड (पीएटी) साइकल-2 योजना के अंतर्गत भारतीय एल्यूमिनियम उत्पादकों में सबसे अधिक ऊर्जा बचत प्रमाण पत्र हासिल करने का गौरव पाया। पीएटी साइकल-2 योजना भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा संचालित है जिसका उद्देश्य ऐसे उद्योगों को विशिष्ट ऊर्जा की खपत घटाने के लिए प्रोत्साहित करना है जिनमें ऊर्जा की खपत अधिक होती है।