नई दिल्ली:- रेल मंत्री पीयूष गोयल और कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुबली में एक रेलवे संग्रहालय को देश को समर्पित किया। इस आयोजन की अध्यक्षता रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी ने की और इसमें कई गणमान्य व्यक्तियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
देश में समय के साथ रेलवे मे आये बदलाव और इसकी विरासत को दर्शाते भव्य म्यूजियम का हुबली में शुभारंभ हुआ है।
रेलवे की गौरवशाली इतिहास के साथ ही यहां दर्शकों के लिये थियेटर कोच, टॉय ट्रेन, कैफे, मॉडल ट्रेन रन जैसी अनेकों आकर्षक सुविधायें और मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध हैं। pic.twitter.com/j6FEO7RJFR
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) August 10, 2020
यह रेल संग्रहालय उत्तर कर्नाटक में अपनी तरह का पहला और मैसूरु में ऐतिहासिक मैसूरू रेल संग्रहालय के बाद दक्षिण पश्चिम रेलवे में दूसरा है। यह केंद्रीय रेलवे अस्पताल के सामने गदग रोड पर हुबली रेलवे स्टेशन के दूसरे प्रवेश के बगल में स्थित है। यह संग्रहालय अपने खूबसूरत परिवेश के साथ आगंतुकों को लुभाने के लिए तैयार है। देश-विदेश से आने वाले सैलानी हुबली के रेलवे म्यूजियम में यस्टर वर्षों की रेलवे हेरिटेज वस्तुओं का इलाज कर सकते हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री पीयूष गोयल ने कहा, “रेलवे का हम सभी के साथ भावनात्मक जुड़ाव है। रेलवे ने हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और विभिन्न चरणों में हमारे जीवन की व्यक्तिगत यात्रा का गवाह रहा है। उन्होंने महात्मा गांधी का जिक्र किया और कहा कि गांधी जी भी भारत को रेलगाड़ियों के माध्यम से समझना पसंद करते थे। रेलवे खुद महान परिवर्तनों से गुजरा है। भाप युग से लेकर आधुनिक बुलेट ट्रेनों के युग तक रेलवे के विकास की कहानी वास्तव में उल्लेखनीय है। संग्रहालय उस असाधारण परिवर्तन के लिए श्रद्धांजलि का स्मारक है।