भागलपुर:- बिहार के भागलपुर में पुलिस और पब्लिक के बीच भिड़ंत हो गई। नवगछिया में एक आरोपी के भतीजे को गोली मारे जाने से मामला गर्म हो गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। आक्रोशित भीड़ ने एक पुलिस अफसर की पिटाई कर दी जिसमें उनका सर फोड़ दिया गया। आरोप है पुलिस ने ग्रामीण युवक राजीव को गोली मार दी। आरोपी पुलिस पदाधिकारी को हटाने की मांग को लेकर भारी बबाल हुआ।
साधोपुर दियारा में शनिवार को पुलिस की गोली से घायल राजीव ने बताया कि रंगरा थानाध्यक्ष महताब खां ने मुझे गोली मारी है। उसने बताया कि वे लोग मेरे चाचा को खोजने आये थे। मुझसे पूछा तो मैंने कहा कि मैं नहीं जानता हूं कि वे कहां हैं। इसी बात पर उन्होंने मुझे गोली मार दी।
युवक को गोली लगने के बाद आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पथराव में महिलाएं आगे थीं। वे छत से पथराव कर रही थीं। पथराव की घटना में रंगरा थानाध्यक्ष महताब खां सहित कई जवान घायल हो गये। इसके बाद पुलिस के जवानों ने महिला सिपाहियों के साथ खदेड़कर कई महिलाओ को पीटा। हालांकि, पुलिस पदाधिकारी महिलाओं को पीटने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं। पुलिस की पिटाई से दो महिलाएं घायल होकर बेहोश भी हो गयी।
महिलाओं की पिटाई के बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गए और थानाध्यक्ष सहित कई जवानों को बंधक बना लिया। साथ ही उनकी बाइक भी जब्त कर ली और कई पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में एसडीपीओ दिलीप कुमार, डीएसपी, इंस्पेक्टर भारत भूषण सहित सभी छह थाना की पुलिस घटनास्थलपर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर थानाध्यक्ष और पुलिस जवानों को मुक्त करवाया।
इधर, एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि राजीव को किसकी गोली लगी है, यह बात तो सामने आएगी ही। पुलिस उसको क्यों गोली मारेगी और अगर गोली चलाएगी तो पैर में नहीं लगेगा। पुलिस की घेराबन्दी के बाद बरुन मंडल ने फायरिंग की है। उसी की गोली राजीव को लगी होगी। उन्होंने बताया कि महिला, छात्र सभी ने मिलकर रोड़ा पत्थर चलाया जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हैं। पुलिस बलों ने संयम से काम लिया नहीं तो बड़ी घटना घटती।