रायगढ़:- कोतवाली पुलिस द्वारा एक बेहद अजीबोगरीब मामले में धोखाधड़ी के आरोपित पिता-पुत्र को झारखंड गिरिडीह से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया जिन्हें आज धोखाधड़ी के आरोप में न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । आरोपित प्रेमकुमार सलूजा (उम्र 60 वर्ष) एवं उसके पुत्र अनमोल सलूजा ( उम्र 25 वर्ष) दोनों निवासी ग्राम सरिया गिरिडीह झारखंड़ द्वारा उनके परिवार की युवती आरती सलूजा का रायगढ़ के एक समृद्ध परिवार के युवक के साथ युवक तथा उसके परिवार को धोखे में रख युवती की शादी कराये थे जबकि युवती का पहले ही विवाह हो चुका था । सिटी कोतवाली रायगढ़ में अपराध दर्ज होने के बाद से युवती एवं उसका परिवार लुक छिप रहे थे।
पीड़ित युवक बताया कि दिनांक 28.11.2019 को आरती सलूजा पुत्री प्रेम कुमार सलूजा निवासी ग्राम सरिया जिला-सहमति (झारखण्ड) के साथ संपन्न हुआ है। इस विवाह के लिए आरती सलूजा की माता रजनी सलूजा पिता प्रेमकुमार सलूजा भाई अनमोल सलूजा माह जनवरी 2019 में पैलेस रोड रायगढ़ स्थित घर में आकर मिले थे। उन्होंने आरती सलूजा को कुवारी और आस्ट्रेलिया से शिक्षा प्राप्त और पूर्व में आस्ट्रेलिया में कार्यरत होना दर्शाकर उसके साथ विवाह करने की परिजनों से सहमति प्राप्त कर लिये। जब लडकी देखने उनके घर जाने वाले थे तो वे पटना ( बिहार ) बुलाये और सगाई का स्थल रायगढ़ तय किये। पटना में उन्हें जानने पहचानने वाला कोई भी व्यक्ति नहीं था।
विवाह के बाद दिनांक 25.03.2021 को गिरडीह के अधिवक्ता एम. असारी द्वारा दिये गये दस्तावेजों से पता चला कि आरती सलूजा मुझसे विवाह करने के पहले से ही विवाहित एवं तलाकशुदा थी तथा मेरी सगाई के दौरान उसके पूर्व पति के साथ उसका वैवाहिक संबंध समाप्त नहीं हुआ था बल्कि उनके मध्य गिरडीह के न्यायालय में मामला लंबित था तथा मुझे उसी समय यह भी ज्ञात हुआ कि आरती सलूजा ऑस्ट्रेलिया से शिक्षा प्राप्त नहीं की है बल्कि IGNOU अंतर्गत अध्ययनरत् है एवं वह ऑस्ट्रेलिया में कभी कार्यरत नहीं रही है।
आरोपियों पर थाना कोतवाली में अप.क्र. 423/2022 धारा 420, 494, 495, 34 IPC का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया जाकर आरोपियों के सकुनत में होने की जानकारी पुख्ता होने पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर कोतवाली थाना प्रभारी मनीष नागर द्वारा तत्काल पुलिस टीम झारखंड रवाना किया गया।
जहां कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपियों का पतासाजी किया गया, आरोपिया आरती सलूजा के पंजाब भाग जाने की जानकारी मिली, पुलिस टीम द्वारा आरोपित प्रेम कुमार सलूजा तथा भाई अनमोल सलूजा निवासी सरिया गिरिडीह झारखंड को गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया जिन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी पतासाजी गिरफ्तारी में थाना प्रभारी कोतवाली मनीष नागर उपनिरीक्षक बी.एस. डहरिया आरक्षक कोमल तिवारी की अहम भूमिका रही है।