रायपुर:- साल 2023 में होने वाले चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार राम की शरण में पहुंच गई है। यहां एक तरफ राम वनगमन टूरिज्म सर्किट से जुड़ी तैयारियां तेज हो गई हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के ऊपर राम के नाम पर वोट मांगने की बात कहकर हमला बोला है।
तब राम उनके एजेंडे में नहीं थे
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने राम वन गमन टूरिज्म सर्किट का मकसद बताया। उन्होंने कहाकि इसके जरिए अयोध्या से वनवास के दौरान भगवान राम के यहां गुजारे गए समय की यादों को संरक्षित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहाकि जब धार्मिक महत्व की जगहों की बात आती है तो छत्तीसगढ़ के पास एक लंबी फेहरिस्त है। भूपेश बघेल ने कहाकि 80 के दशक से पहले भगवान राम जनसंघ के एजेंडे में नहीं थे। उन्होंने कहाकि भाजपा राम के नाम पर वोट मांगती है, लेकिन हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। हम बस अपनी संस्कृति को आगे ले जाना चाहते हैं।
138 करोड़ से हो रहा विकसित
वहीं गृह और पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी राम वन गमन सर्किट के बारे में बात की। उन्होंने कहाकि यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। साहू ने बताया कि इसे 138 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट के पहले चरण में उन नौ जगहों को विकसित किए जाने की योजना है, जिनके बारे में माना जाता है कि भगवान राम यहां ठहरे थे। वहीं कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि वनवास के दौरान भगवान राम जहां-जहां ठहरे थे, छत्तीसगढ़ सरकार ने उन सभी जगहों को विकसित किया है। उन्होंने बताया कि राम वन गमन पथ के तहत 75 जगहों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इनमें से पहले चरण में शामिल नौ जगहों पर आज भूमि पूजन किया गया।