कोरबा / छत्तीसगढ़:- वायरस के फैलाव से बदलते माहौल के बीच जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चावल-दाल जैसी राशन सामग्रियों और सब्जियों के दाम बढ़ने तथा उनकी कालाबाजारी एवं जमाखोरी की अपुष्ट खबरों को कलेक्टर किरण कौशल ने गम्भीरता से लिया है। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में अति आवश्यक चीजों को, सामान्य दिनों के दामों से अधिक दाम पर नहीं बेचने की अपील दुकानदारों से की है। कलेक्टर ने कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई में सभी व्यापारियों से अपना सहयोग देने की अपील की है और राशन, सब्जियों आदि की कालाबाजारी तथा जमाखोरी नहीं करने को कहा है। किरण कौशल ने सभी व्यापारियों और राशन दुकानों में उपलब्ध सामग्रियों का स्टाॅक निरीक्षण करने के निर्देश लाॅजिस्टिक फेसिलिटेशन टीम के प्रभारियों को दिये हैं। श्रीमती कौशल ने तहसीलदारों एवं पटवारियों को निर्देशित किया है कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में आलू-प्याज, तेल, दाल, चावल, दूध, सब्जी, नमक आदि जरूरी चीजों के दाम नियंत्रित रखें। किसी भी दुकानदार द्वारा अधिक दाम में चीजों की बिक्री की सूचना मिलने पर संबंधित विक्रेता के विरूद्ध विधिसम्मत प्रकरण तैयार कर कार्यवाही सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देश दिये हैं कि यदि कोई दुकानदार, संस्थान आवष्यक वस्तुओं को एमआरपी से अधिक दाम में बेचते हुये पाया जाता हैं तो उसके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता 1860 के तहत् कड़ी कानूनी कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने गठित टीम के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये हैं कि किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायत, फीडबैक पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें तथा व्हाट्सअप के माध्यम से नियमित रिपोर्टिंग भी करें।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिले में अति आवश्यक सेवाओं के उपलब्धता जैसे दवाई, फल, सब्जी, राशन, दूध, पशु चारा, कृषि बीज लोगों तक सही दाम पर तथा आवश्यक मात्रा में उपलब्ध सुनिश्चित कराने और इसकी निगरानी के लिए कोविड-19 लाॅजिस्टिक फेसिलिटेशन टीम गठित की है। जिला स्तरीय छह प्रभारी अधिकारियों सहित 32 राजस्व निरीक्षक-पटवारियों की ऐसी दस टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें कोरबा जिले के सम्पूर्ण नगरीय क्षेत्रों के साथ-साथ जिले के पाॅंचों तहसीलों में भी आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने हेतु आवश्यकतानुसार क्षेत्रों का भ्रमण करके सघन निगरानी रख रही है। हर दिन दुकानों पर जाकर आवश्यक वस्तु-सामग्रीयों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) और स्टाॅक की जानकारी ली जा रही है। ग्राहकों से भी रेट और सामग्री की क्वालिटी के बारे में फीड बैक लिया जा रहा है।
कलेक्टर बोली: सभी करें सहयोग, जरूरत अनुसार ही खरीदें सामग्री- कलेक्टर ने साफ कहा है कि लोगों की दैनिक उपयोग की चीजों वाली राशन और किराना दुकानें बंद निर्धारित समय पर संचालित करायी जायेंगी। कलेक्टर ने कहा कि लोग बिना किसी घबराहट और शंका-आशंकाओं के अपने घरों में रहें, स्वयं को साफ और स्वस्थ रखें। सामानों की अतिरिक्त खरीदी के लिये दुकानों में भीड़ न लगायें और न ही अतिरिक्त सामान खरीदकर घरों में जमा करें, ताकि बाजार में जरूरी सामान की कमीं न हो। और दूसरे लोगो को सामान आसानी से सामान्य कीमत पर मिल सके। कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी जरूरतों के हिसाब से ही राशन और खाने-पीने की सामग्री खरीदें तथा घरों में रखें। जरूरत पड़ने पर ही दुकानों पर जायें और सामान खरीदकर लायें। । उन्होने कहा कि जिला वासियों को राशन और खाने-पीने की चीजें, दवाईयां आदि अति जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिये सभी जरूरी इंतजाम प्रशासन द्वारा किये गए हैं।