नई दिल्ली:- भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. इस बीच संसद में कार्यरत कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 400 से अधिक संसद कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. संसद में कोरोना को लेकर मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, 400 से अधिक संसद कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं. बताया जा रहा है कि 6-7 जनवरी के बीच काम करने वाले संसद कर्मचारियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना के 20,181 नए केस रिपोर्ट किए गए थे. राजधानी दिल्ली का कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़कर लगभग 20 फीसदी हो चुका है.
संसद में कोरोना संक्रमण के अलावा दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के डॉक्टर भी कोविड-19 संक्रमित हो रहे हैं. अब तक 11 चिकित्सक कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. एलएनजेपी में ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पांच मरीज भर्ती हैं.
अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमण
लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा, ‘हमारे कर्मियों में से अब तक 26 वायरस से संक्रमित हैं. इनमें से 11 डॉक्टर हैं और बाकी नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्मचारी हैं.’ उन्होंने यह भी कहा कि ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पांच मरीजों को इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि 180 लोगों को छुट्टी दे दी गई है. मौतों के बारे में, डॉ कुमार ने कहा कि मृत्यु उन लोगों की हुई है जो अन्य बीमारियों से पीड़ित थे या जिनकी आयु अधिक थी.
स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना संक्रमण पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा, उत्पन्न स्थिति चिंताजनक नहीं है.
गौरतलब है कि संसद भवन में कोरोना विस्फोट से पहले ही दिल्ली में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट के कारण कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने मंगलवार को दिल्ली में वीकएंड कर्फ्यू की घोषणा की थी. दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शुक्रवार रात से वीकएंड कर्फ्यू लागू किया गया. कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों को लागू करवाने तथा उल्लंघनों पर नजर रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया है.
दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए वीकएंड कर्फ्यू के मद्देनजर गश्त तेज कर दी है. लोगों को चेतावनी दी गई है कि कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वीकएंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे शुरू हुआ और सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लोग अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें 55 घंटे की कर्फ्यू अवधि के दौरान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहेंगी. एक जिले के अधिकारी ने कहा, ‘हम कर्फ्यू के नियमों और कोविड-19 से संबंधित अन्य दिशा-निर्देशों को लागू कराने के लिए तैयार हैं. ऐसी संभावना है कि बारिश होने के कारण लोग घरों के भीतर ही रहेंगे, जिससे हमारा काम थोड़ा आसान हो जाएगा.’
बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार सुबह ट्वीट कर कहा था, ‘दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सप्ताहांत कर्फ्यू लागू किया गया है. केवल बीमारी के गंभीर लक्षण होने पर ही अस्पताल जाएं. घर में ही पृथक-वास में रहकर इस बीमारी का इलाज संभव है. मास्क पहनें और कोविड-19 संबंधी तमाम दिशा-निर्देशों का पालन करें.’
वीकएंड कर्फ्यू के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं में शामिल लोग और आपात स्थिति का सामना करने वाले लोगों को ही घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी. बाहर निकलने वाले लोगों को सरकार द्वारा जारी ई-पास या वैध पहचान पत्र दिखाना होगा. कर्फ्यू के दौरान केवल आवश्यक सामान जैसे कि किराने का सामान, चिकित्सा उपकरण, दवाओं की दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी जाएगी.
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र देश में टॉप पर है. पूरे राज्य में कोविड-19 के 7.97 लाख से अधिक केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. हालांकि, मुंबई के कोरोना आंकड़े डराने वाले हैं. मुंबई में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 20,318 नए मामले सामने आए हैं. पांच लोगों की मौत हुई है.