नई दिल्ली:- जाने-माने आर्य समाज के नेता, स्वामी अग्निवेश (Swami Agnivesh) ने आज नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बायिलरी साइंसेज में अंतिम सांस ली। वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे और गंभीर रूप से बीमार थे। मल्टीपल फेल्योर के कारण मंगलवार से वो वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी थे।

शुक्रवार 11 सितंबर को उनकी हालत बिगड़ गई और शाम 6:00 बजे कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) भी आया। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की तमाम कोशिश की, लेकिन शाम 6:30 बजे उनका निधन हो गया। यह जानकारी आईएलबीएस की तरफ से जारी की गई है।

कल (गुरुवार) को अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी थी कि मल्टी ऑर्गन फेल होने से उनकी हालत में गिरावट आई है, जिससे उनकी हालत अब काफी गंभीर बनी हुई है।
स्वामी अग्निवेश की हालत को देखते हुए अलग-अलग विभागों के डॉक्टरों की एक टीम उनकी निगरानी में लगातार जुटी हुई थी। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें लिवर से जुड़ी परेशानी होने के कारण डॉक्टरों ने प्रत्यारोपण की सलाह भी दी थी। बता दें कि स्वामी अग्निवेश सामाजिक कार्यकर्ता के साथ समाज सुधारक और राजनेता भी थे।

निधन की जानकारी देते हुए स्वामी अग्निवेश के फेसबुक पेज पर बताया गया कि उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए नई दिल्ली के 7 जंतर-मंतर रोड कार्यालय पर शनिवार सुबह 11 से 2 बजे तक रखा जाएगा। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि उनका अंतिम संस्कार वैदिक रीति से अग्निलोक आश्रम, बहलपा जिला गुरुग्राम में शाम चार बजे किया जाएगा।