अंबिकापुर:- शादी से पहले ही ससुराल में निवास करने वाली किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने सास-ससुर के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया है। आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर आरोपित दंपती ने मिट्टी तेल छिड़क आग लगा दी थी जिससे किशोरी की मौत हो गई थी। मृत्यु पूर्व बयान में भी उसने सास-ससुर द्वारा आग लगाने की जानकारी कार्यपालिक दंडाधिकारी के समक्ष दिया था।
जानकारी के अनुसार 17 वर्षीय किशोरी सूरजपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी।बीते 21 मार्च 2022 को मेडिकल कालेज अस्पताल में जलने के कारण उसकी मौत हो गई थी। पुलिस जांच में पता चला कि मृतका का शादी का रिश्ता रघुनाथनगर थाना के ग्राम केसारी निवासी ननकू अगरिया से तय हुआ था।शादी से एक -डेढ़ माह पहले ही मृतका मायका छोड़ ससुराल में रहने चली गई थी।यहां उसके ससुर सुखनंदन अगरिया और सास हीरामणि अगरिया द्वारा दहेज को लेकर उससे मारपीट किया करते थे।
मृतका की माता एवं पिता शिवकुमार अगरिया ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि उन्हें फोन से पता चला कि उनकी बेटी जल गयी है। तब ये उसे देखने बलरामपुर अस्पताल गये जहां से रेफर करने पर अंबिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती किये थे जहां बीते दो मार्च 2022को तहसीलदार ने मां के सामने बुरी तरह से जल चुकी किशोरी का बयान लिया।मृत्यु पूर्व बयान में किशोरी ने बताया था कि उसके ससुर सुखनंदन अगरिया व सास हिरामणी उससे झगड़ा करते थे तथा गाड़ी मांग रहे थे।
घटना दिवस को सास – ससुर ने हाथ बांध कर मिट्टी तेल से जला दिया था। फिर उन्ही लोगों के द्वारा आग बुझाकर अस्पताल ले जाया गया था। मृतिका के मृत्यु पूर्व बयान तथा सोजन द्वारा दी गई जानकारी और परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने सास ससुर के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। पुलिस के मुताबिक मृतका द्वारा शादी के पूर्व ही आ जाने से सास- ससुर को संदेह था कि दहेज में कुछ नहीं मिलेगा। वे बेटे के लिए मोटरसाइकिल की मांग कर लगातार मृतका से विवाद भी कर रहे थे।